अगर आप पेट्स पेरेंट्स है और आपका भी मन अपने पेट्स के साथ ट्रेवल करने का है लेकिन आपको इनके नियमों के बारे में कुछ पता नही है. तो कोई बात नहीं हम आपको आज भारतीय रेलवे के कुछ नियमों की जानकारी दे दिंगे ताकि आप भी अपने पेट्स के साथ टूर पर जा सकें.
किसी भी स्लीपर कोच, सेकेंड क्लास कोच और एसी चेयर कार कोच में पालतू जानवरों की अनुमति नहीं होती है. आप फर्स्ट क्लास एसी में 4 सीट या 2 सीट का टिकट बुक कर सकते है.
आपकी टिकट कंफर्म हो जाए तो अपने टिकट की कॉपी लें और मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी को एक एप्लीकेशन लिखें. जिसके बाद आपको केबिन या कूप ही दिया जाएगा.
यह आपकी ज़िम्मेदारी है कि आप अपने पेट् के लिए कॉलर और चेन ले जाएं. साथ ही उनके लिए खाना और पानी भी रखें.
आपके जानवर को सभी वैक्सीन लगी होनी चाहिए और उसका कार्ड भी अपने साथ रखें. कोशिश करें की अपने पेट की फिटनेस प्रमाण पत्र भी साथ रखें.
ट्रेन निकलने से लगभग 4 घंटे पहले आपको अपने केबिन की पुष्टि मिल जाएगी.
केबिन की पुष्टि होने के बाद कम से कम 2 घंटे पहले स्टेशन पर पहुंचें. फिर पार्सल कार्यालय जाएं और उन्हें अपना टिकट और अपने पालतू जानवर का टीकाकरण कार्ड और फिटनेस प्रमाणपत्र दिखाएं.
सभी दस्तावेजों की फोटो कॉपी, अपना टिकट और एक फोटो आईडी प्रूफ ले जाना याद रखें. फिर अधिकारी आपके पालतू जानवर का वजन करेंगे जिसके बाद पार्सल शुल्क लगाया जाएगा.
देखा जाए तो कार, बस, ट्रेन और हवाई जहाज के नियम लगभग एक जैसे ही होते है.
अगर आपका पालतू जानवर सफर के दौरान थोड़ा तनाव में दिखे या कुछ खा पी नही रहा हो, तो कोई चिंता की बात नहीं है यात्रा के दौरान ऐसा अकसर होता है
बीच-बीच में अपने जानवरों को स्टेशन्स मे घुमाए ताकि वे दूसरे यात्रियों के सामने ट्रेन के अंदर गंदगी न करें