सोतीगंज को गाड़ियों का कमेला कहा जाता था. प्रभाकर ने इस पर कार्रवाई करते हुए अपराधियों को नोटिस जारी किया और उनकी दुकानों पर ताले लगाकर सील कर दिया था.
एसएसपी के आदेश के बाद चोरों को पकड़ने का सिलसिला शुरू हुआ और कई बड़े अपराधियों की अवैध संपत्ति सील कर कुर्क की गई.
सोतीगंज का मुख्य आरोपी रहे "हाजी गल्ला" पर आईपीएस प्रभाकर चौधरी ने सबसे पहले कार्रवाई शुरू की थी. इसके बाद 100 से ज्यादा दुकानों पर ताले जड़ दिए थे.
उनके 13 साल के करियर में 21 बार उनका तबादला हो चुका है. उन्होंने मेरठ में बतौर एसपी सबसे ज़्यादा एक साल का वक़्त बिताया.
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने साल 2021 को मेरठ का चार्ज संभाला था. इसके बाद उन्होंने सोतीगंज में पनप रहे वाहन चोरों की कुंडली निकलवाई और उनपर कार्रवाई के आदेश दिए.
आईपीएस Prabhakar Chaudhary ने अवैध रूप से गाड़ियों का कटान कर रहे कबाडियों का बुरा हाल कर दिया था. IPS प्रभाकर सोतीगंज के लिए काल बनकर मेरठ में आये थे.
एसएसपी प्रभाकर चौधरी को लखनऊ में तैनात किया गया है.
प्रभाकर चौधरी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से से BSC की डिग्री हासिल की है. इसके बाद उन्होंने एएलबी की पढ़ाई की है
एसएसपी प्रभाकर चौधरी अम्बेडकर नगर जिले के मेढी सुलेम के पुरवा महमूद पुर के रहने वाले हैं, उनके पिता किसान हैं.