श्रीनाथजी मंदिर राजस्थान में उदयपुर से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
अजमेर-जयपुर राजमार्ग पर स्थित यह मंदिर भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है.
वैसे तो साल भर यहां भक्तों का तांता लगा रहता है, मगर जन्माष्टमी के दिन यहां बेहद खास होता है.
जन्माष्टमी के पर्व पर श्रीनाथजी मंदिर में दो तोपों की मदद से भगवान कृष्ण को 21 तोपों की सलामी दी जाती है.
जिन तोपों से श्रीकृष्ण को 21 तोपों की सलामी दी जाती है उन्हें नर और मादा तोप के नाम से जाना जाता है.
आपको बता दें इस मंदिर में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भगवान श्रीनाथजी के दर्शन करने आ चुके हैं.
राजस्थान के श्रीनाथजी मंदिर में यह परंपरा पिछले चार सौ वर्षों से चली आ रही है.
इस साल कृष्ण जन्माष्टमी 6-7 सितंबर को मनाई जाएगी. इसको लेकर यहां तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
श्रीनाथजी मंदिर में श्रद्धालु अपने साथ चावल लाते हैं और जन्माष्टमी की पूजा के बाद चावल के दानों में तिजोरी में रखते हैं.
मान्यता है कि चावल के दाने में भगवान श्रीनाथजी की छवि दिखाई देती है. ऐसा करने से भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है.