एशिया का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ग्रेटर नोएडा के जेवर में बन रहा है. इसका काम काफी तेजी से चल रहा है. यूपी के इस जेवर एयरपोर्ट को इसी साल के अंत तक शुरू करने की योजना है. तो आइये देखते हैं जेवर एयरपोर्ट बनने के बाद कैसा दिखेगा.
जेवर एयरपोर्ट पर वाणिज्यिक परिचालन इसी साल के अंत तक शुरू हो जाएगा. 5,000 हेक्टेयर के विशालकाय हवाई अड्डे में तीन रनवे होंगे, इसका निर्माण चार चरणों में किया जा रहा है.
जेवर एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 4 हजार मीटर और चौड़ाई 45 मीटर होगी. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की बातचीत कई एयरलाइंस से जारी है.
जेवर एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग का आकार 1 लाख स्क्वायर मीटर तक होगा. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की पैसेंजर क्षमता 1 करोड़ 20 लाख प्रति वर्ष होगी.
इस एयरपोर्ट की पूरी जिम्मेदारी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी के पास है. करीब 5,000 हेक्टेयर जमीन पर इस बनाकर तैयार किया जाएगा.
जेवर एयरपोर्ट बनने के बाद यूपी के नाम एक और उपलब्धि जुड़ जाएगी. यह दुनिया का चौथा हवाई अड्डा होगा.
जेवर एयरपोर्ट पर एक साथ 178 विमान खड़े हो पाएंगे. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट चार एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा.
जेवर एयरपोर्ट पर बुलेट ट्रेन, मेट्रो और पॉड टैक्सी की सुविधा भी उपलब्ध होगी.
नोएडा एयरपोर्ट की कुल लागत 30 हजार करोड़ के करीब है. एयरपोर्ट पर रोजाना 3 लाख यात्रियों का आना-जाना होगा.
जेवर एयरपोर्ट का पहला चरण साल 2024 में पूरा हो जाएगा. पहले चरण में जेवर एयरपोर्ट पर 4588 करोड़ रुपये खर्च होंगे. पहले चरण में दो रनवे बनाए जाएंगे.
एयरपोर्ट का निर्माण पूरा होने पर यहां कुल 5 रनवे होंगे. नोएडा एयरपोर्ट का दूसरा चरण साल 2031 में पूरा हो जाएगा.
ये तस्वीरें AI द्वारा ली गई हैं. इन काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.