महाकुंभ के सारे शाही स्नान की तारीख और शुभ मुहूर्त, मकर संक्रांति से महाशिवरात्रि तक पूरा कैलेंडर

Pradeep Kumar Raghav
Dec 12, 2024

कब शुरू होगा महाकुंभ 2025

दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक महाकुंभ प्रयागराज का शुभारंभ 13 जनवरी से हो रहा है. मान्यता है कि महाकुंभ में स्नान करने से जन्म-जन्मांतर के पाप मिटते हैं और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है.

2 शुभ संयोग में शुभारंभ

महाकुंभ के शुभारंभ के दिन पौष पूर्णिमा है जिसका दान और स्नान बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. दूसरा, इस दिन सुबह 7:15 से 10:38 तक रवि योग है जो स्नान और दान -पुण्य के लिए बहुत शुभ होता है.

महाकुंभ का पहला शाही स्नान

13 जनवरी 2025 को पौष पूर्णिमा पर पहला शाही स्नान होगा, जो कुंभ मेले की आधिकारिक शुरुआत मानी जाती है. इस दिन स्नान और दान-पुण्य से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है.

महाकुंभ का दूसरा शाही स्नान

14 जनवर जनवरी 2025 को मकर संक्रांति महाकुंभ का दूसरा शाही स्नान है. मकर संक्रांति के दिन पवित्र नदी में स्नान के बाद दान पुण्य व विधि-विधान से पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.

महाकुंभ का तीसरा शाही स्नान

29 जनवरी 2025 को मौनी अमावस्या पर कुंभ मेले में सबसे बड़ा शाही स्नान होता है. यह दिन आत्मचिंतन और साधना के लिए उपयुक्त माना जाता है, और श्रद्धालु मौन व्रत रखते हैं.

महाकुंभ का चौथा शाही स्नान

3 फरवरी 2025 को बसंत पंचमी के दिन तीसरा शाही स्नान है. इस दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा के साथ कुंभ में स्नान का विशेष महत्व होता है. यह दिन ज्ञान और ऊर्जा के प्रवाह के लिए समर्पित है.

महाकुंभ का पांचवा शाही स्नान

12 फरवरी 2025 को माघी पूर्णिमा पर महाकुंभ का पांचवा शाही स्नान है. यह दिन भक्तों के लिए ध्यान, तप और दान का प्रतीक है.

महाकुंभ का छठा शाही स्नान

26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि के अवसर महाकुंभ का आखिरी और छठा शाही स्नान है. यह दिन शिव की कृपा और आत्मिक शुद्धि से जुड़ा है.

Disclaimer

दी गई जानकारी पंचांग और ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है. इसकी विषय सामग्री और एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

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