मंगलवार को महाकुंभ में संगम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 4 करोड़ के पार हो गई. 70 लाख की स्थानीय आबादी को मिलाकर प्रयागराज की कुल जनसंख्या 4.7 करोड़ हो गई, जो टोक्यो की 3.71 करोड़ आबादी से भी अधिक है.
प्रशासन के अनुसार, 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर 8 से 10 करोड़ लोगों के संगम पहुंचने का अनुमान है. इस दिन प्रयागराज दुनिया के सबसे बड़े आबादी वाले क्षेत्र के रूप में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर सकता है.
मंगलवार को संगम में 4.64 करोड़ लोगों ने स्नान किया. अनुमान है कि रात 12 बजे तक यह आंकड़ा 5 करोड़ के पार होगा.
मकर संक्रांति के दिन 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी. मंगलवार को इसे पार करते हुए महाकुंभ ने नया रिकॉर्ड बना लिया.
पिछले 16 दिनों में महाकुंभ में 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान किया है. इतना बड़ा आंकड़ा अब तक के सभी कुंभ मेलों में पहली बार देखने को मिला है.
महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की हर जरूरत का ध्यान रखा जा रहा है. सुरक्षा, स्वच्छता और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं.
पूरे मेला क्षेत्र में पुलिस की कड़ी निगरानी है. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती और एआई तकनीक से लैस कैमरे निगरानी रख रहे हैं.
मौनी अमावस्या पर महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण और यातायात प्रबंधन के लिए खास रणनीतियां बनाई हैं.
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