ओम ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
ओम ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः।
ओम ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:।
मेष: ओम अचिंताय नम:, वृष: ओम अरुणाय नम:, मिथुन: ओम आदिभुताय नम:
कर्क: ओम वसुप्रदाय नम:, सिंह: ओम भानवे नम:, कन्या: ओम शांताय नम:
तुला: ओम इंद्राय नम:, वृश्चिक: ओम आदित्याय नम:, धनु: ओम शर्वाय नम:
मकर: ओम सहस्त्र किरणाय नम:, कुंभ: ओम ब्रह्मणे दिवाकर नम:, मीन: ओम जयिने नम:
संक्रांति के दिन लोटे में जल, गंगाजल, अक्षत्, लाल चंदन, लाल फूल डालकर सूर्य देव को अर्पित करें और ओम सूर्याय नम: मंत्र का उच्चारण भी करते रहें.