प्याज व लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए, आखिर क्यों? कथावाचक प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज जी ने बताया.
वृंदावन में रहने वाले संत श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज सत्संग के माध्यम से लोगों को का मार्ग दिखाते हैं.
सैकड़ों लोग हर दिन महाराज जी से अपने प्रश्न पूछते हैं और उनके उत्तर पाकर संतुष्ट होते हैं.
इसी तरह उत्तर देते हुए महाराज जी का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें पूछा गया था कि क्या प्याज और लहसुन नहीं खाना चाहिए, हां तो क्यों?
महाराज जी ने उत्तर में बताया कि प्याज और लहसुन भूमि से उत्पन्न होती है जिस तरह आलू पैदा होता है लेकिन प्याज व लहसुन से तमोगुण पैदा होता है.
प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि इस तमोगुण से व्यक्ति के अंदर क्रोध व काम पैदा होता है.
इसलिए जो भी लोग भक्ति मार्ग पर चल रहे हैं उन्हें प्याज व लहसुन का सेवन करना वर्जित माना गया है.
वहीं महाराज जी ने ये भी बताया कि मांस से प्याज और लहसुन की तुलना न करें, मांस जीव हत्या करके बनता है.
महाराज जी ने ये भी बताया कि आप भक्ति मार्ग पर अगर चलते हैं तो इसमें काम और क्रोध के लिए कोई जगह नहीं है.
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