राजनाथ सिंह आज लखनऊ लोकसभा सीट से नामांकन करने जा रहे हैं. लखनऊ से दो बार के सांसद राजनाथ सिंह सुबह हनुमान सेतु मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की. इसके बाद रोड शो कर शक्ति प्रदर्शन भी करेंगे. तो आइये जानते हैं बनारस के एक छोटे से गांव का लड़का कैसे देश का रक्षा मंत्री बना.
राजनाथ सिंह का जन्म 10 जुलाई 1951 को वाराणसी के चकिया क्षेत्र के बभोरा गांव में हुआ था. शुरुआती दिनों में ही राजनाथ सिंह की रुचि राजनीति में थी. यही वजह रही कि महज 13 साल की उम्र में राजनाथ सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ गए.
राजनाथ सिंह के पिता का नाम राम बदन सिंह और माता का नाम गुजराती देवी था. राजनाथ सिंह ने गोरखपुर विश्वविद्यालय से मास्टर की डिग्री हासिल की है. राजनीतिक पारी शुरू करने से पहले राजनाथ सिंह प्रोफेसर रह चुके हैं. वह केबी डिग्री कॉलेज में फिजिक्स के प्रोफेसर थे.
इमरजेंसी के दौरान कई महीने जेल में बंद रहने के दौरान 1975 में जन संघ ने राजनाथ सिंह को मीरजापुर जिले का अध्यक्ष बनाया. 1970 के दशक में राजनाथ सिंह, जयप्रकाश नारायण के जेपी आंदोलन से प्रभावित हुए और जेपी आंदोलन से जुड़ गए.
1975 में राष्ट्रीय आपातकाल के दौरान राजनाथ सिंह को जेल भी जाना पड़ा. राजनाथ सिंह करीब दो साल तक जेल में बंद रहे. जेल से छुटने के बाद ही राजनाथ सिंह जनता पार्टी में शामिल हो गए.
इसके बाद 1975 में मीरजापुर से पहला विधानसभा चुनाव लड़ा. इसके बाद राजनाथ सिंह की सियासी किस्मत ऐसी चमकी कि कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. 1980 में वह बीजेपी में शामिल हो गए.
राजनाथ सिंह पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं. पार्टी को यहां तक पहुंचाने में उनका अहम रोल है. इतना ही नहीं मोदी को प्रधानमंत्री बनाने में भी खास भूमिका निभाई.
राजनाथ सिंह ने अपना राजनीतिक करियर की शुरुआत उत्तर प्रदेश से की. वह साल 2000 से 2002 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. साथ ही राष्ट्रीय जनतान्त्रिक गठबंधन के शासन में कृषि मंत्री भी रहे. इसके अलावा राजनाथ सिंह दो बार बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे.
साल 2014 में मोदी लहर आने पर लखनऊ लोकसभा सीट से राजनाथ सिंह ने जीत दर्ज की. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वह गृहमंत्री बनाए गए.
अगले चुनाव 2019 में राजनाथ सिंह फिर लखनऊ से सांसद चुने गए औश्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में रक्षा मंत्री बने.