झीलों का नजारा आखिर किसे नहीं भाता है? जरा सोचिए अगर उसी झील में मछलियों के बजाय आपको नर कंकाल तैरते हुए दिखाई दें तो क्या होगा?
आप डर जाओगे. जी हां, उत्तराखंड में रूपकुंड एक ऐसी ही झील है, जहां ऐसा होता है, जो आज भी सभी को हैरान कर देता है.
हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र के समुद्रतल से 16 हजार 500 फीट पर रूप कुंड झील की.
ये झील बेहद रहस्यमयी और डरवानी मानी जाती है. क्योंकि इस झील में हर तरफ सिर्फ इंसानों के कंकाल ही नजर आते हैं.
ये झील हिमालय की तीन चोटियों (त्रिशूल) के बीचों-बीच मौजूद है.
इसकी खोज साल 1942 में एक ब्रिटिश फॉरेस्ट रेंजर ने गश्त के दौरान की थी. वैज्ञानिक इन कंकालों को स्टडी कर रहे हैं.
इस झील में पानी जमा रहता है यानी स्थिर है. मौसम के अनुसार जब झील पर जमी बर्फ पिघलती है, तब इसमें इंसानी कंकाल दिखाई देने लगते हैं.
अनुमान है कि इस झील में एक- या दो नहीं बल्कि 700 से बहुत ज्यादा इंसानों के कंकाल दिखाई देते हैं.
यहां ये इतने कंकाल आखिर कब और कैसे आए, ये अभी रहस्य बना हुआ है. इसी वजह से इस झील को रहस्यमयी झील कहा जाता है.
यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है.