पहली भारतीय ट्रेन जिसका डिजाइन और निर्माण पूरी तरह से भारत में ही हुआ है.
दिवाली से पहले दो प्रमुख राज्यों की राजधानी के बीच में नई वंदे भारत ट्रेन रफ्तार भरती हुई दिखाई देगी.
यूपी और एमपी की राजधानी में कुल दूरी 662 किलोमीटर है.
यह ट्रेन शुरू करने का कारण यह है कि इससे पहले दोनों राजधानियों के बीच में एक भी डायरेक्ट ट्रेन नहीं थी.
इससे पहले लखनऊ और भोपाल के बीच में केवल सप्ताह में तीन दिन भोपाल-प्रतापगढ़ एक्सप्रेस चलती थी.
इसके अलावा दोनों राजधानी के वासियों के आागमन के लिए एक सप्ताह में एक बार गरीब रथ एक्सप्रेस चलती है.
इन 2 ट्रेनों के अलावा सप्ताह में 2 दिन महाकाल सुपराफास्ट एक्सप्रेस भी दोनों शहरों के यात्रियों के लिए सफर करने का साधन है.
सभी तरह की इनडायरेक्ट ट्रेनों को मिलाकर दोनों शहरों के बीच में एक सप्ताह में कुल 15 ट्रेन हैं.
वर्तमान में भारतीय रेलवे द्वारा 51 वंदे भारत ट्रेन चलाई जा रही हैं. जिनमें दस ट्रेनें यूपी के लिए हैं