सोनभद्र उत्तर प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा जिला है.
सोनभद्र में बहुत सारे बिजली के प्लांट हैं.
इसे "भारत की ऊर्जा राजधानी" कहा जाता है.
सोनभद्र जिले में बॉक्साइट, चूना पत्थर, कोयला और सोना जैसे खनिज उपलब्ध हैं.
यह जिला विंध्य और कैमूर पहाड़ियों के बीच स्थित है. यहां सोन और बेलन नदियां बहती हैं.
जिले में गोविंद बल्लभ पंत सागर के आसपास कई विद्युत पावर स्टेशन हैं.
नॉर्दर्न कोलफील्ड्स का मुख्यालय और कई कोयला खदानें यहां हैं.
यहां हिंडाल्को का रेणुकूट में एक एल्युमीनियम प्लांट भी है.
चूना पत्थर की पहाड़ियों के कारण, यहां सीमेंट के कारखाने लगाए गए हैं.