इस योजना के तहत सरकार और नागरिक के सहयोग से गांव के विकास को बढ़ावा दिया जाएगा.
योजना का उद्देश्य गांव में व्यवस्था, अच्छे अस्पताल, कन्वेंशन सेंटर जैसे कई अच्छी सुविधा के लिए बनाया गया है.
इस योजना के माध्यम से गांवों में स्वास्थ्य केंद्र, आंगनवाड़ी, पुस्तकालय, स्टेडियम, जिमनेशियम, खुले जिम,फायर सर्विस स्टेशन आदि बनाए जा सकते है.
इसके अलावा, सीसीटीवी, सोलर लाइट्स, सीवरेज के लिए एसटीपी प्लांट्स की स्थापना में नागरिकों की भागीदारी भी होगी.
इस योजना के तहत सरकार की ओर से विचार के लिए पैसे देने वाले व्यक्ति को 60% पैसे दिए जाएंगे और राज्य सरकार द्वारा 40% पैसे और जमीन प्रदान की जाएगी.
इस योजना की कुल लागत का 50 प्रतिशत सरकार द्वारा उठाया जाएगा और 50 प्रतिशत नागरिकों द्वारा दिया जाएगा.
मातृभूमि के माध्यम से नागरिकों को विकास काम में वित्तीय सहायता देने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.
इसके माध्यम से संबंधित व्यक्ति परियोजना पर खर्च किए गए आयी व्यय के आधे हिस्से का पूरा क्रेडिट प्राप्त कर सकता है.
विदेश में बसे उत्तर प्रदेश के प्रवासी अपने गांव-कस्बे में स्कूल-अस्पताल, सड़क या अन्य कल्याणकारी विकास योजनाएं शुरू कर सकते हैं.
नागरिक अपने गांव के विकास में सहयोग देने पर अपनी खर्च की आयकर छूट प्राप्त करेगें साथ ही एनआरआईएस के तहत भी छूट प्राप्त करेंगे.
इस योजना की तैयारी 15 सितंबर 2021 को मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर वर्चुअल कार्यक्रम के द्वारा की गई.
मातृभूमि योजना के तहत आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है.