पीड़िता ने बताया कि ससुराल से निराश होकर वो न्याय के लिए थाना देवा पहुंची. तो वहां, एक पुलिस के सिपाही ने उससे अभद्रता की और अश्लील बात कही.
Trending Photos
बाराबंकी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बाराबंकी (Barabanki) में हाड़ कंपा देने वाली ठंड में शुक्रवार को एक विधवा पारिवारिक मामले से क्षुब्ध होकर करीब चार घंटे तक पानी की टंकी पर चढ़ी रही. समझा बुझाकर जब नीचे उतारा गया तो पीड़िता ने अपने साथ हुई यातनाओं और जुल्म को बयां किया.
पूरा मामला, थाना देवा इलाके के देवा कस्बे का है. जहां पानी की टंकी पर गुलफ्शा नाम की महिला चढ़ी गई. काफी मनाने पर जब वो टंकी से उतरी तो उसका शरीर ठंड से कांप रहा था. काफी देर तक आग के पास बैठने के बाद महिला ने अपनी आपबीती सुनाई.
गुलफ्शा ने बताया कि उसकी शादी 6 माह पहले हुई थी, शादी के बाद पति की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. पति की मृत्यु के बाद उसके नन्दोई की उस पर बुरी नजर रहती थी. ससुराल वालों का भी उसके प्रति व्यवहार ठीक नहीं था और उसे भूखा रखने के साथ-साथ कई तरह की यातनाएं भी दी जाती थी.
दो माह पहले ही उसने एक बेटी को जन्म दिया था और पिछले दिनों उसकी तबियत ज्यादा खराब हो गई. राजधानी लखनऊ के एक निजी अस्पताल में उसने बेटी को भर्ती कराया और इलाज के खर्च के लिए ससुराल पैसे लेने आई. लेकिन, ससुराल वालों ने खर्च देने से इनकार कर दिया. साथ ही उसकी बेटी को अपना खून मानने से भी मना कर दिया.
पीड़िता ने बताया कि ससुराल से निराश होकर वो न्याय के लिए थाना देवा पहुंची. तो वहां, एक पुलिस के सिपाही ने उससे अभद्रता की और अश्लील बात कही. जिसके बाद वो रोते बिलखते थाने से लौटी और उसने पानी की टंकी पर चढ़ने का निर्णय लिया.
उधर, इस मामले में जब बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक आर.एस. गौतम से बात की, तो उन्होंने बताया कि पारिवारिक मामले से क्षुब्ध होकर एक महिला पानी की टंकी पर चढ़ी थी. जिसे समझा बुझा कर नीचे उतार लिया गया है, ये महिला अपने सास ससुर से अपनी बेटी के इलाज के खर्च की मांग कर रही थी. मगर सास ससुर द्वारा पैसा नहीं दिया गया. इस महिला का ये भी आरोप है कि थाने में एक हेड कॉन्स्टेबल नियाज ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया. महिला की शिकायत पर नियाज को निलंबित कर दिया गया है और उसके आरपों और पूरे प्रकरण के हर एक पहलू की जांच करवा कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.