मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दीपावली का शुभ अवसर किसी के लिए आजादी के बाद आया है, तो असल मायने में वो वनटांगिया गांव के लोगों के लिए आया है.
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प्रदीप तिवारी /गोरखपुरः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज गोरखपुर के जंगल तिनकोनिया नंबर 3 वनटांगिया गांव के लोगों के बीच दिवाली मनाने पहुंचे. अयोध्या में जिस तरह भगवान राम की तरह ही वनटांगिया गांव के लोग सीएम योगी आदित्यनाथ का इंतजार दिवाली पर करते हैं. यहां पर वे लोगों मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत बने घरों पर पहुंचे. नए घर का उन्होंने फीता काटकर उद्घाटन किया.
इस दौरान उन्होंने कहा कि आजादी के बाद सबसे ज्यादा दिवाली की खुशी किसी को मिली है, तो वे असल मायने में वनटांगिया गांव के लोग हैं. क्योंकि देश आजाद तो हो गया था. लेकिन, वनटांगिया गांव के लोगों को न तो राजस्व गांव का दर्जा मिला था और न ही मकान बिजली शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं मिली थी. 55 वर्षों तक आजादी के बाद राज करने वाले लोगों ने दरअसल सिर्फ अपने हित के बारे में सोचा. गरीब, किसान मजदूर, नौजवान और महिलाओं के साथ बच्चों के हितों के बारे में नहीं सोचा. उन्होंने इनके बारे में सोचा होता तो आज आजादी के इतने वर्षों बाद भी यह मूलभूत सुविधाओं से वंचित नहीं रहते.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दीपावली का शुभ अवसर किसी के लिए आजादी के बाद आया है, तो असल मायने में वो वनटांगिया गांव के लोगों के लिए आया है. वनटांगिया गांव के लोग आजादी के बाद से अपने हक की लड़ाई के लिए शासन से लेकर सरकार तक बरसों से गुहार लगा रहे थे. लेकिन, आज उनकी दिवाली सबसे अधिक खुशियां लेकर आई है. तमसो मां ज्योतिर्गमय के भाव से मनाया जाने वाला पर्व हम सब के जीवन में भी वही प्रकाश लेकर आया है. अयोध्या की तरह वनटांगिया गांव के लोग भी खुशियों की दिवाली मनाएंगे. हमारी सरकार बनने के पहले यहां मूलभूत सुविधाएं नहीं थी.
उन्होंने कहा कि आज ढाई साल बाद उनका अपना घर, राशन कार्ड, स्कूल, शौचालय, बिजली की सुविधा के साथ राजस्व गांव का दर्जा भी मिल गया है. इन 5 वनटांगिया गांव के लोगों के प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के पास स्कूल ड्रेस, जूते, कॉपी-किताब उपलब्ध है. दीपावली का पर्व अंधकार से प्रकाश की ओर ले लाने का पर्व है. जब हम अच्छा सोचेंगे तो सब अच्छा होगा. उन्होंने कहा कि 12 से 15 वर्ष पहले जब हम यहां आए थे, तो कोई सुविधा नहीं थी. वन विभाग और पुलिस इनका शोषण करते थे. इनके पास पक्का मकान नहीं था. आज इनके पास पक्का मकान है. जो लोग एक-दूसरों को जाति और मजहब के बीच बांटते थे. जिनके लिए पर्व और त्योहार एक बोझ बनकर आते थे.
उन्होंने कहा कि आज यही पर्व और त्योहार देश के लिए उल्लास लेकर आ रहा है. इसके लिए हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहिए. जिन्होंने सरकारी सुविधाएं लोगों को मुहैया कराई है. ये देश पर 55 साल तक काम करने वाले लोग भी कर सकते थे. लेकिन ये उनके एजेंडे में नहीं था. गरीब, नौजवान, किसान और महिलाएं उनके एजेंडे में ही नहीं था. अभी हमने कन्या सुमंगला योजना शुरू की है. जन्म से लेकर शादी तक की जिम्मेदारी सरकार उठायेगी. बच्चियों को शिक्षा से जोड़कर बेटी-बेटोननके बीच के भेद को खत्म किया. महिलाओं को घर का मुखिया बनाया. हमने जाति और धर्म देखकर विकास नहीं किया.
उन्होंने कहा कि जो लोग जाति देखते थे उन्होंने आपका कभी विकास नहीं किया. हम सभी योजनाओं का लाभ देकर आपके पास आये हैं. 647 परिवारों को यहां पर विद्युत कनेक्शन मिला है. इस बार भी बहुत सी योजनाओं को लेकर दिवाली पर आपके बीच आये हैं. जो लोग आज के दिन मंच पर दिख रहे हैं, वे शुरू से ही मेरे साथ आपके बीच दिवाली मनाने आ रहे हैं. मैं उन सभी का धन्यवाद देता हूँ. दिवाली हर वर्ष सामूहिक रूप से मनाया जाएगा. सभी को बधाई देता हूं.