झांसी: मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह ने दलित के घर खाया खाना, कहा- शबरी की याद आ गई
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झांसी: मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह ने दलित के घर खाया खाना, कहा- शबरी की याद आ गई

उत्तर प्रदेश के ग्रामीण अभियंत्रण मंत्री और झांसी जिले के प्रभारी मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह झांसी पहुंचे. यहां उन्होंने दलित के घर खाना खाया. उन्होंने कहा कि दलित के घर खाना खाने का अनुभव सुखद है.

चौपाल कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों को सरकार की तमाम योजनाओं के बारे में बताया. (फोटो-ANI)

झांसी: 2019 लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में दलितों को लुभाने के लिए दलित बाहुल्य क्षेत्रों में बीजेपी के विधायक, सांसद, केंद्रीय मंत्री और यूपी सरकार के मंत्री ग्राम स्वराज अभियान चला रहे हैं. इस अभियान के तहत सभी विधायक और मंत्री गांव-गांव पहुंच कर चौपाल लगा रहे हैं, और दलितों के घर खाना खा रहे हैं. दलित वोटरों को अपने पाले में लाने के लिए बीजेपी की मुहिम जोरों पर है. ग्राम स्वराज अभियान के सिलसिले में उत्तर प्रदेश के ग्रामीण अभियंत्रण मंत्री और झांसी जिले के प्रभारी मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह झांसी पहुंचे. यहां उन्होंने चौपाल भी लगाया और दलित के घर खाना भी खाया. उन्होंने कहा कि दलित के घर खाना खाने का अनुभव सुखद है.

जमीन पर  बैठकर खाना खाया
मंगलवार की रात (1 मई) को जिले के गढ़मऊ गांव में चौपाल कार्यक्रम के बाद एक दलित के घर खाना खाने के बाद उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है. उन्होंने कहा, 'एक दलित के घर खाना खाने का बहुत सुखद अनुभव होता है.' ज्ञान नाम के दलित के यहां पहुंचकर प्रभारी मंत्री ने जमीन पर बैठकर खाना खाया और खुशी जहिर करते हुए कहा, 'मेरी मां बताया करती थी की एक दलित महिला ने ही मेरी नाल काटी थी. आज दलित परिवार के घर खाना खा कर मुझे भगवान राम और शबरी के संवाद की याद आई.' 

 

 

राजेंद्र प्रताप सिंह ने बसपा प्रमुख मायावती पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने अभी तक दलित के घर खाना नहीं खाया है. मुलायम सिंह ने भी कभी दलितों के घर खाना नहीं खाया है. कांग्रेस के नेताओं ने भी दलितों के घर खाना नहीं खाया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि गरीब मां के बेटे नरेंद्र मोदी के मन में यह बात आई कि भारतीय जनता पार्टी का आखिरी सिपाही दलित के घर खाना खाएगा और चौपाल लगाएगा, जिससे दलितों की समस्याओं से रूबरू हो सके. प्रभारी मंत्री गढ़मउ गांव में ही रात्रि विश्राम किया.

16 कर्मचारियों के एक दिन की सैलरी काट लेने का निर्देश दिया
झांसी पहुंचने पर राजेंद्र प्रताप सिंह ने जिले की कानून व्यवस्था और विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की. चौपाल कार्यक्रम से पहले उन्होंने क्षेत्रीय खाद्य निरीक्षक, झांसी विकास प्राधिकरण के अलावा खनन विभाग समेत तीन कार्यालयों का औचक निरीक्षण कर दफ्तर का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिले 16 कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने आदेश डीएम को दिया. इसके बाद ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के मंत्री मोती सिंह ने विकास भवन की सभागार में जिले की कानून व्यवस्था और विकास कार्यों की समीक्षा बैठक विभिन्न विभाग के अधिकारियों के साथ ली. उन्होंने कहा कि जनपद में गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों का संचालन नहीं होने दिया जाएगा. सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने ज्यादा से ज्यादा गरीबों तक लाभ दिलाने की बात कहते हुए अधिकारियों को आदेश दिए. रात्रि चौपाल कार्यक्रम में उन्होंने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों और सरकार द्वार चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी. पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने मंत्री से गांव में पानी पहुंचाने और स्कूल खुलवाने की मांग की. इस मौके पर जिलाधिकारी, एसएसपी समेत कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.

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