डीडीसीए मुद्दे पर संसद में हंगामा, सरकार ने जेटली के इस्तीफे से किया इनकार
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डीडीसीए मुद्दे पर संसद में हंगामा, सरकार ने जेटली के इस्तीफे से किया इनकार

डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली के इस्तीफे की मांग कर रहे कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही कई बार बाधित हुई। हालांकि सरकार ने वित्त मंत्री के इस्तीफे की मांग को साफ खारिज कर दिया। गौर हो कि अरुण जेटली 2013 तक दिल्ली एवं जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) के प्रमुख थे।

डीडीसीए मुद्दे पर संसद में हंगामा, सरकार ने जेटली के इस्तीफे से किया इनकार

नई दिल्ली : डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली के इस्तीफे की मांग कर रहे कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही कई बार बाधित हुई। हालांकि सरकार ने वित्त मंत्री के इस्तीफे की मांग को साफ खारिज कर दिया। गौर हो कि अरुण जेटली 2013 तक दिल्ली एवं जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) के प्रमुख थे।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज संसद में अपने खिलाफ आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि आरोप बेबुनियाद और गलत हैं। डीडीसीए मुद्दे पर जेटली के जवाब से असंतोष जताते हुए कांग्रेस ने लोकसभा से वाकआऊट किया। वहीं, बीजेपी सांसद कीर्ति आजाद ने कहा कि सदन की कार्यवाही बाधित करने की बजाए कांग्रेस को समयबद्ध तरीके से एसआईटी की निगरानी में जांच कराने की मांग करनी चाहिए। सरकार ने कहा कि डीडीसीए मामले में वित्त मंत्री अरुण जेटली की कोई भूमिका नहीं है।

सुबह बैठक शुरू होने पर कांग्रेस सदस्यों ने डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली के इस्तीफे की मांग की और उनके खिलाफ नारेबाजी की। इस पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने साफ कहा कि गलत आरोपों पर कोई इस्तीफा नहीं होगा। लेकिन कांग्रेस सदस्यों का हंगामा जारी रहा। कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण शून्यकाल में दो बार बैठक स्थगित हुई। जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखे जाने के बाद ही कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस के कई सदस्य पोस्टर भी लहरा रहे थे।

जेटली ने कांग्रेस सदस्यों का प्रतिवाद करते हुए कहा कि वह सभी आरोपों को जवाब देने को तैयार हैं और उन्होंने आसन से कहा कि वह इस मुद्दे पर तुरंत चर्चा के लिए तैयार हैं। इसके पहले विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा कराने की मांग करते हुए कहा कि वह (जेटली) पद पर नहीं बने रह सकते।

डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार के मुद्दे पर वित्त मंत्री अरूण जेटली के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण आज लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद ही स्थगित कर दी गई। आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने केवी थामस, के सी वेणुगोपाल, पी वेणुगोपाल, सुष्मिता देव समेत कुछ अन्य सदस्यों के कार्यस्थगल के नोटिस को अस्वीकार कर दिया और उनसे अन्य अवसरों पर इन्हें उठाने को कहा। कांग्रेस के सदस्य कुछ कहना चाहते थे और पार्टी के मुख्य सचेतक ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अध्यक्ष से नोटिस पर विचार करने का आग्रह किया। क्षुब्ध नजर आ रही सुमित्रा महाजन ने कहा कि आज मैं आपमें से किसी को बोलने से नहीं रोकूंगी। आप जो बोलना चाहते हैं बोलें। इस पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि सदन को हर दिन बाधित नहीं किया जा सकता, प्रश्नकाल चलने की अनुमति दी जानी चाहिए। अध्यक्ष ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपनी बात रखने के लिए कहा। लेकिन वह कुछ बोल नहीं सके और पीछे बैठे सदस्य से कागजात मांगते देखे गए। इसके बाद वह सदन से बाहर गए और के सुरेश के साथ कुछ कागजात लेकर वापस लौटे। और फिर बात रखने की अनुमति देने की मांग करने लगे। लेकिन अध्यक्ष ने कहा कि अब प्रश्नकाल शुरू हो गया है, इसलिए आप अपनी बात शून्यकाल में रखें। सदन में उस समय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी मौजूद थे लेकिन सदन में पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे उपस्थित नहीं थे। सोनिया गांधी को ज्योतिरादित्य सिंधिया और के सुरेश से कुछ पूछते देखा गया।

इसके बाद कांग्रेस सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। वे ‘जेटली इस्तीफा दो’, हिटलरशाही नहीं चलेगी’ के नारे लगा रहे थे। डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार के मुद्दे पर वित्त मंत्री अरूण जेटली के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही भी बाधित हुई। (एजेंसी इनपुट के साथ)

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