उत्तर प्रदेश: 21 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद, तोड़फोड़ करने वाले 498 लोगों की हुई पहचान
पिछले दिनों सीएए (CAA) और एनआरसी को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों में भड़की हिंसा को देखते हुए राज्य सरकार पूरी सतर्कता बरत रही है.
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में जुमे की नमाज को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है. पूरे राज्य में धारा 144 (Section 144) लागू कर दी गई है. प्रदेश के 21 जिलों में इंटरनेट (Internet) पर पाबंदी लगा दी गई है. बता दें पिछले दिनों सीएए (CAA) और एनआरसी को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों में भड़की हिंसा को देखते हुए राज्य सरकार पूरी सतर्कता बरत रही है.
उत्तर प्रदेश डीजीपी, ओपी सिंह ने कहा, राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से नियंत्रण में है, हम लगातार फोर्स की तैनाती कर रहे हैं. मामलों की जांज के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. उन्होंने कहा, हमने 21 जिलों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है. हालात के मुताबिक इन्हें फिर से लागू कर दिया जाएगा.
OP Singh,UP DGP: Law & order situation is absolutely under control, we continue to have strategic deployment of forces, Special Investigation Teams formed to investigate cases. We have suspended internet services in 21 districts,they will be restored as & when situation demands. pic.twitter.com/SOdcgJiHT3
— ANI UP (@ANINewsUP) December 27, 2019
ओपी सिंह ने कहा, हम बेगुनाह लोगों को नहीं छू रहे हैं लेकिन हम हिंसा में शामिल लोगों को छोड़ेंगे भी नहीं. यही कारण है कि हमने कई संगठनों के सदस्यों को गिरफ्तार किया है चाहे वह पीएफआई के हों या फिर राजनीतिक दलों के.
सूचना और संचार विभाग, उत्तर प्रदेश ने बताय, 'लखनऊ, मेरठ, संभल, रामपुर, मुजफ्फरनगर, फिरोजाबाद, कानपुर नगर, मऊ और बुलंदशहर में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले 498 लोगों की पहचान हुई है.'
Information & Communication Department of UP: 498 people have been identified in connection with the damage caused to public property during recent protests in Lucknow, Meerut, Sambhal, Rampur, Muzaffarnagar, Ferozabad, Kanpur Nagar, Mau and Bulandshahar. #CAA pic.twitter.com/Mo5SyOUKXq
— ANI UP (@ANINewsUP) December 27, 2019
पुलिस की नजर जुमे की नमाज में एकत्र होने वाली भीड़ पर है. इसको लेकर कई जिलों में अलर्ट जारी हो गया है. कहीं उपद्रवियों की तलाश में दबिश दी जा रही है तो कहीं आम लोगों की मदद से गुनाहगारों की पहचान की जा रही है. बरेली, गोरखपुर समेत कई जगहों पर पुलिस ने गुरुवार को फ्लैग मार्च किया.
सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रशासन तोड़फोड़ और आगजनी करने वालों को नोटिस भेज रहा है. पुलिस ने अफवाह को लेकर संभ्रांत लोगों के साथ धर्मगुरुओं से अफवाह की खंडन करने की अपील की. सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.
लखनऊ में भी जिला प्रशासन सतर्क है. यहां पर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने जुमे की नमाज को लेकर शांति की अपील की है. मौलाना ने रामगंज, मुफ्ती गंज व हुसैनाबाद में दौरा किया. इन लोगों ने सभी से शांति व अमन बनाने की अपील की है. यहां मौलाना कल्बे जव्वाद, मौलाना रजा हैदर, मौलाना रजा हुसैन के साथ मौलाना कमरुल हसन ने शांति की अपील की. उधर, धर्मगुरु फिरंगी महली ने लोगों से शांति व्यवस्था बहाल रखने के लिए लोगों को एक दिन रोजा रखने की अपील की है.
327 केस दर्ज, 113 गिरफ्तार
आईजी (कानून-व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने बताया कि सीएए के खिलाफ 10 दिसंबर से अब तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रदर्शनों, आगजनी, तोड़फोड़ और पुलिस पर फायरिंग व अन्य घटनाओं में 327 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. एक हजार 113 व्यक्ति गिरफ्तार किए गए और 5 हजार 558 लोगों को पुलिस ने लिया हिरासत में लिया है.
प्रदर्शनों में अब तक 19 की मौत
प्रदर्शनों में अब तक कुल 19 लोगों की मौत हो चुकी है. इस दौरान 61 पुलिसकर्मी फायर आर्म्स से घायल हुए हैं और कुल 288 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. घटनास्थलों से 647 नॉन प्रतिबंधित बोर (315 और 12 बोर) के खोखा, 69 जिंदा कारतूस और 35 अवैध तमंचे बरामद हुए हैं. जनपद संभल में 20 दिसंबर को सीएए और एन.आरसी के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों में क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर की छीनी गई थी.