आपको बता दें कि 24 सितंबर को होने वाली पीसीएस 2017 प्री परीक्षा में निगेटिव मार्किंग की नई व्यवस्था को लागू नहीं किया जाएगा.
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नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) अपनी परीक्षा प्रणाली में एक बड़ा बदलाव करने जा रहा है. नए बदलाव के तहत संघ लोक सेवा आयोग की तरह यूपीपीएससी की परीक्षाओं में भी निगेटिव मार्किंग शुरू की जाएगी. इस बदलाव को आयोग का काफी अहम कदम माना जा रहा है. ऐसा आयोग परीक्षार्थियों में गंभीरता लाने के मकसद से कर रहा है. आयोग की पीसीएस समेत जिन परीक्षाओं में भी बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं, उन सभी में माइनस मार्किंग होगी.
हिन्दुस्तान समाचार पत्र में प्रकाशित खबर के मुताबिक इस बदलाव को करने के पीछे आयोग का मकसद परीक्षार्थियों में गंभीरता लाना है. अब आयोग जिन भी भर्ती परीक्षाओं के लिए विज्ञापन जारी करेगा, उसमें इस व्यवस्था को प्रभावी करते हुए विज्ञापन (नोटिफिकेशन) में माइनस मार्किंग का जिक्र करेगा.
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आपको बता दें कि 24 सितंबर को होने वाली पीसीएस 2017 प्री परीक्षा में निगेटिव मार्किंग की नई व्यवस्था को लागू नहीं किया जाएगा. इस परीक्षा का विज्ञापन पहले ही आ चुका है. आपको बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा (आईएएस प्री) में प्रत्येक गलत उत्तर पर दंड स्वरूप एक तिहाई यानी 0.33 अंक की कटौती करता था.
लोक सेवा आयोग की पीसीएस समेत अन्य परीक्षाओं में भी एक तिहाई अंक की कटौती की जाएगी. बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर के चार विकल्पों में एक से अधिक विकल्प पर निशान लगाने वाले परीक्षार्थियों का उत्तर गलत माना जाएगा भले ही उन्होंने इनमें से एक निशान सही उत्तर पर क्यों न लगाया हो.
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परीक्षार्थी जिन प्रश्नों को हल नहीं करेंगे, उन्हें माइनस मार्किंग में शामिल नहीं किया जाएगा. आयोग के सचिव जगदीश ने इस निर्णय की पुष्टि करते हुए कहा कि इससे परीक्षार्थियों में गंभीरता आएगी.