इस दौरान वहां से गुजरने वाला हर व्यक्ति एक बार रुक कर उस नजारे को देख रहा था. लोगों ने प्रताप सारंगी का वीडियो भी बनाया औऱ उनके साथ सेल्फी भी लीं.
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बालासोर: ओडिशा के मोदी कहे जाने वाले सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रताप सारंगी (Pratap Chandra Sarangi) एकबार फिर से सुर्खियों में हैं. अपनी सादगी के लिए मशहूर प्रताप सारंगी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. दरअसल, इस वीडियो में प्रताप सारंगी बच्चों वाली छोटी साइकिल चलाते नजर आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि शनिवार की सुबह प्रताप सारंगी नीलगिरी शहर के बाजार से गुजर रहे थे. इसी दौरान उनकी नजर बाजार में साइकिल चलाते एक बच्चे पर पड़ गई. सारंगी तत्काल अपनी कार रुकवा कर उस बच्चे के पास पहुंचे. उन्होंने बच्चे से साइकिल देने का आग्रह किया.
बताया जा रहा है कि बच्चे ने तुरंत ही अपनी साइकिल प्रताप सारंगी को दे दी. इसके बाद उन्होंने कुछ देर तक उसकी साइकिल चलाई और फिर उसे लौटा दी. बच्चे ने प्रताप सारंगी का आशीर्वाद भी लिया. वहीं, इस दौरान वहां से गुजरने वाला हर व्यक्ति एक बार रुक कर उस नजारे को देख रहा था. लोगों ने प्रताप सारंगी का वीडियो भी बनाया औऱ उनके साथ सेल्फी भी लीं. बता दें कि सारंगी ने लोकसभा चुनाव के दौरान अपना चुनाव प्रचार साइकिल से ही किया था. हालांकि, उस समय उनकी साइकिल बड़ी थी.
गौरतलब है कि फूस का घर, आने जाने के लिए साइकिल और पेंशन की राशि को गरीब बच्चों के लिए दे देना. ओडिशा के सांसद प्रताप सारंगी को अपनी इसी सादगी के लिए जाना जाता है. 64 साल के हो चुके प्रताप सारंगी ने कभी साधु बनना चाहा था और वह एकांत जीवन बिताना चाहते थे लेकिन उनका समाज के प्रति समर्पण और जनसेवा का भाव उनको मोदी मंत्रिमंडल में ले आया.
सारंगी कई सालों से समाजसेवा में लगे हैं. उन्होंने शादी भी नहीं की है. वह रामकृष्ण मठ में साधु बनना चाहते थे. इसके लिए वह कई बार मठ भी गए थे, लेकिन जब मठ वालों को पता लगा कि उनके पिता नहीं है और उनकी मां अकेली हैं, तो मठ वालों ने उन्हें मां की सेवा करने को कहा. पिछले साल उनकी मां का देहांत हुआ है.
सारंगी लंबे समय तक आरएसएस से जुड़े रहे हैं और इस बार के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बालासोर संसदीय सीट से बीजद प्रत्याशी रबींद्र कुमार जेना को 12,956 मतों से हरा दिया था. सारंगी ने जिस अंदाज में चुनाव लड़ा, वह भी बिल्कुल अलग था. जहां, दूसरे उम्मीदवार बड़ी-बड़ी गाड़ियों में बैठकर चुनावी कैंपेन कर रहे थे, वहीं सारंगी ऑटोरिक्शा से रैली करते थे. वह साइकिल से कैंपेन करने निकल पड़ते थे. वह प्रोफेशनल मैनेजर्स से ज्यादा अपने पार्टी कार्यकर्ताओं पर निर्भर थे. वह दो बार ओडिशा विधानसभा के लिए चुने जा चुके हैं.