स्थानीय व्यक्ति की बातें उन लोगों के मुंह पर तमाचा है जो कश्मीर को लेकर अफवाहें उड़ाते हैं और प्रोपेगेंडा करते हैं.
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कुपवाड़ा : जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने से आम कश्मीरी क्या सोचता है, इस वीडियो में आपको देखने को मिलेगा. 'नए कश्मीर' को पीएम मोदी पर भरोसा है. जश्ने आजादी से पहले कश्मीर की आवाज आप भी सुनिए. कुपवाड़ा में आज Zee News के संवाददाता मनीष शुक्ला ने स्थानीय व्यक्ति की बातें उन लोगों के मुंह पर तमाचा है जो कश्मीर को लेकर अफवाहें उड़ाते हैं और प्रोपेगेंडा करते हैं. स्थानीय व्यक्ति चेहरा है कश्मीर का जो खुद बता रहा है कि अभी तक सरकारों ने क्या नहीं किया जो उन्हें करना चाहिए था.
कुपवाड़ा के लंगेट का इलाका जो लाइन ऑफ़ कण्ट्रोल के नजदीक है. इंजीनियर रशीद का इलाका है. आतंवाद का खतरा है. यहां पाकिस्तान की सबसे ज्यादा नज़र है. लंगेट के हारिल से आमलोग ये बताते हैं उनको पैसे से नहीं ख़रीदा गया है मणिपाल कमीतटे लंगेट के कौंसिलर ने बताया कि MLA ने कुछ नहीं किया. ईद वाले दिन पानी नहीं था. सेना ने पानी दिया. नेताओं की नियत बदल गई है. यूनियन टेरिटरी बनने से अच्छा हुआ. 370 के हटने का स्वागत भी किया है. अमित शाह-मोदी का धन्यवाद किया है. आर्टिकल 370 हटने से नौकरियों की संभावना बढ़ जाएगी.
स्थानीय लोगों ने कहा- यहां के नेताओं ने तो अपने रिश्तेदारों को नौकरी दी. कुपवाड़ा जिले के हारिल गांव के लोगों ने बताया कि यहां पर शिक्षा का उतना प्रोग्रेस नहीं है. 1500 की आबादी है. हॉस्पिटल नहीं ,सेकेंडरी स्कूल नहीं है. सड़के नहीं है. तरक्की का कोई रास्ता नहीं. जब हालत ख़राब होते थे जैसे की 2010 में स्कूल बंद हुए थे. गांव में 1-2 दिन ही स्कूल बंद होते हैं.
टीचर हुकुम ने कहा कि विकास के लिहाज से हम पीछे हैं. लास्ट गांव है कुपवाड़ा जिला का. हॉस्पिटल आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी है,1930 महाराजा के ज़माने का.मास्टर गुलाम नबी मीर, रिटायर्ड कर्मी ने ज़ी न्यूज़ का शुक्रिया किया कि इस हालात में इतनी दूर दराज़ आए.