PM मोदी ने की वियतनाम के राष्ट्रपति कुआंग से मुलाकात, कई समझौतों पर हुए हस्ताक्षर
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PM मोदी ने की वियतनाम के राष्ट्रपति कुआंग से मुलाकात, कई समझौतों पर हुए हस्ताक्षर

राष्ट्रपति भवन में त्रान दाई क्वांग को गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति भवन में कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद त्रान दाई क्वांग प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर द्विपक्षीय बातचीत करेंगे. 

वियतनाम के राष्ट्रपति ने भारत के साथ समुद्री रिश्ते बढ़ाने पर जोर दिया है. (फोटो साभार :ANI)

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वियतनामी राष्ट्रपति ट्रान दाई कुआंग ने रक्षा और व्यापार के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की. दोनों नेताओं ने परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग सहित कई मुद्दों पर भी बातचीत की. वियतनाम के राष्ट्रपति त्रान दाई क्वांग का आज (शनिवार) को राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत किया गया. राष्ट्रपति भवन में त्रान दाई क्वांग को गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति भवन में कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद त्रान दाई क्वांग प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर द्विपक्षीय बातचीत करेंगे. कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों देशों के शीर्ष राजनेताओं के बीच रक्षा और व्यापारिक संबंधों पर कोई बातचीत हो सकती है.

  1. तीन दिवसीय भारत दौरे पर आए हैं वियतनाम के राष्ट्रपति
  2. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की मुलाकात
  3. समुद्री रिश्ते बढ़ाने पर दिया गया जोर

भारत-वियतनाम नौवहन संपर्क प्रगाढ़ करने पर जोर
भारत यात्रा पर रवाना होने से पहले दक्षिण एशियाई क्षेत्र में चीन के बढ़ते दबदबे और दबंगई के बीच वियतनामी राष्ट्रपति त्रान दाई क्वांग ने सामरिक रूप से महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों वाले इस क्षेत्र में भारत-वियतनाम नौवहन संपर्क प्रगाढ़ करने पर जोर दिया है. उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया क्षेत्र में अपनी अवस्थिति के चलते भारत और वियतनाम सामरिक रूप से अहम स्थिति में हैं. ऐसे में दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की व्यापक संभावनायें मौजूद हैं.

 

सुषमा स्वराज ने की मुलाकात
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने वियतनाम के राष्ट्रपति त्रान दाई क्वांग से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, "सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाकर हमारी समग्र रणनीतिक भागीदारी को और सशक्त पर चर्चा हुई."

 

 

दोनो देशों के बीच राजीतिक विश्वास कायम
उल्लेखनीय है कि दक्षिण चीन सागर में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिये अमेरिका, जापान और कई अन्य देशों ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में भारत की अहम् भूमिका को लेकर जोर दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच शीर्ष स्तर पर और निचले स्तर पर दोतरफा यात्राओं के चलते उच्चस्तरीय राजनीतिक विश्वास कायम हुआ है. दोनों देशों ने समझौते किए हैं उन पर उन्होंने प्रभावी तरीके से क्रियान्वयन किया है. खासतौर से दोनों देशों के बीच 2015- 2020 के बीच रक्षा सहयोग पर संयुक्त दृष्टि वक्तव्य को लेकर प्रभावी क्रियान्वयन किया गया है.

दोनों देशों के बीच निवेश बढ़ाना जरूरी
त्रान ने कहा, ‘‘दोनों देशों के बीच 2020 तक 15 अरब डालर का द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य हासिल करने के लिये दोनों पक्षों को उन क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने की जरूरत है जहां वियतनाम की मांग को पूरा करने के लिये भारत बेहतर स्थिति में है. विमानन और समुद्री क्षेत्र में संपर्क बेहतर बनाने की जरूरत है. द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने और अनुकूल परिस्थितियां बनाने के लिये व्यापार प्रतिबंधों को समाप्त करना होगा और इस दिशा में आगे काम करना चाहिये.’’ त्रान ने दोनों देशों के बीच रक्षा, सुरक्षा और व्यापार की प्रभावी रणनीतिक क्षेत्रों में पहचान की है. उन्होंने मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया और 100 स्मार्ट सिटीज जैसी भारत की पहलों और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में भारत की सफलता का भी जिक्र किया.

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