Uttarakhand में उल्टी दौड़ी Purnagiri Jansatabdi, टल गया बड़ा हादसा; कोई हताहत नहीं
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Uttarakhand में उल्टी दौड़ी Purnagiri Jansatabdi, टल गया बड़ा हादसा; कोई हताहत नहीं

उत्तराखंड (Uttarakhand) में एक हफ्ते के भीतर यह दूसरा मामला है जब रेल दुर्घटना (Train Accident) होते-होते बची है. चंपावत एसपी ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि इस हादसे में जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है.

फाइल फोटो

देहरादून: उत्तराखंड (Uttarakhand) में बुधवार को एक बड़ी रेल दुर्घटना (Train Accident) टल गई. नई दिल्ली से टनकपुर जा रही पूर्णागिरी जनशताब्दी एक्सप्रेस (Purnagiri Jansatabdi) अचानक रेल पटरियों पर उल्टी दिशा में दौड़ने लगी, लेकिन कुछ किलोमीटर दूर जाकर वह रूक गई. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस सफर के दौरान रेलगाड़ी में करीब 60 से 70 यात्री सवार थे.  जिन्हें चकरपुर में सुरक्षित उतार कर बसों से जरिए उनके गंतव्य तक भेज दिया गया.

  1. उत्तराखंड में उल्टी दिशा में दौड़ी ट्रेन
  2. ट्रेन रुकने तक परेशान रहे मुसाफिर
  3. घटनाक्रम की जांच जारी, तीन सस्पेंड

हफ्ते भर में टला दूसरा हादसा

उत्तराखंड में एक सप्ताह के भीतर यह दूसरी घटना है जब रेल दुर्घटना होते-होते बची है. चंपावत के पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने कहा, 'हो सकता है किसी जानवर के टकराने के दौरान प्रेशर ब्रेक (Pressure Break) का इस्तेमाल होने से इंजन में तकनीकी समस्या आ गई हो जिसके बाद रेलगाड़ी अचानक उल्टी दिशा में दौड़ने लगी. बनबसा से दो-तीन किलोमीटर पीछे दौड़ने के बाद ट्रेन चकरपुर में रूक गई और इस घटनाक्रम के दौरान किसी तरह के जान या माल का कोई नुकसान नहीं हुआ.'

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शनिवार को नई दिल्ली से देहरादून आ रही शताब्दी एक्सप्रेस के एक कोच में राजाजी टाइगर रिजर्व की कांसरों रेंज के निकट आग लग गई थी. इस दौरान रेलगाड़ी का पूरा कोच जलकर खाक हो गया था, लेकिन उसमें यात्रा कर रहे 35 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था.

इस तरह रुकी ट्रेन 

टनकपुर रेलवे स्टेशन के अधीक्षक ने बताया कि ट्रेन रिवर्स होने की सूचना मिलते ही रेल कर्मियों को अलर्ट कर दिया गया था. रेलवे अधिकारी ने ये भी कहा, 'ब्रेक फेल हो चुके थे इसलिए ट्रैक अवरुद्ध करके ही ट्रेन रोकना एकमात्र विकल्प बचा था. इसलिए रेलवे कर्मियों ने ट्रैक पर जगह-जगह छोटे-छोटे पत्थर बिछा दिए थे. जिससे ट्रेन की रफ्तार धीरे-धीरे कम हुई और आखिरकार ट्रेन रुक गई.'

अचानक सामने आए घटनाक्रम से ट्रेन में सवार मुसाफिर डर गए. आखिरकार बिना किसी हादसे के ट्रेन रुकने पर लोगों की जान में जान आई. इस घटनाक्रम की जांच के आदेश दिए गए हैं. सीपीआरओ पंकज सिंह के मुताबिक तत्काल मामले की जांच शुरू की गई वहीं लोको पायलट, सहायक लोको पायलट और गार्ड को सस्पेंड किया गया है.

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