Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले में आदिल हुसैन ठोकर का नाम सामने आया है. एक समय पर यह शख्स एक होनहार छात्र हुआ करता था, लेकिन अब यह खूंखार आतंकवादी बन चुका है.
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Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कश्मीर के ही एक स्थानीय निवासी आदिल हुसैन ठोकर का नाम सामने आया है. हैरानी की बात ये है कि आखिर एक होनहार छात्र कैसे इतना खूंखार आतंकवादी बन गया. आदिल इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) से मास्टर्स कर रहा था. वहीं उसने कश्मीर के एक गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज से ग्रेजुएशन भी किया था. एक समय में वह छात्रों को पढ़ाता था. उसे मास्टर कहा जाता था, लेकिन अब वह पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड बन चुका है.
होनहार छात्र से बना खूंखार आतंकवादी
आदिल के परिवार का सपना था उनका बेटा अच्छे से पढ़-लिखकर उनका नाम रोशन करे, लेकिन वह ये नहीं जानते थे कि उनका होनहार बेटा एक दिन उनका नाम मिट्टी में ही मिला देगा. आदिल का ठिकाना बताने वाले को ईनाम देने का ऐलान किया गया है. आदिल पढ़ाई के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कर रहा था. उसके पड़ोसियों का कहना है कि आदिल ज्यादा किसी से मिलता जुलता नहीं था. वह शांत और पढ़ाकू लड़का था.
एग्जाम के बहाने घर से भागा
आदिल के परिवारवालों के मुताबिक वह अच्छा-खासा पढ़ाई-लिखाई कर रहा था कि अचानक 29 अप्रैल साल 2018 को वह घर से लापता हो गया. उसने घरवालों को बताया कि वह बडगाम एक पेपर देने के लिए गया है, लेकिन वह कभी वापस नहीं आया. घरवालों ने उसकी तलाश की, लेकिन आदिल का पता नहीं लग पाया. खूफिया एजेंसियों का कहना है कि आदिल पढ़ने के लिए वीजा लेकर पाकिस्तान चला गया था. वहां उसकी मुलाकात कुछ कट्टरपंथी नेताओं से हुई, जिसके बाद वह देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हो गया.
खूफिया सूत्रों के मुताबिक आदिल आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हुआ. वहां उसे हैंडलर्स बनाया गया. उसने मिलिट्री ट्रेनिंग ली और वह अंडरग्राउंड हो गया. उसके साथ आतंकियों की एक टीम बनाई गई. क्योंकि वह कश्मीर का लोकल था और उसे रास्तों की अच्छे से जानकारी थी तो उसने इसका फायदा उठाते हुए पुंछ-राजौरी सेक्टर के दुर्गम क्षेत्रों से LoC पार कर ली. वह अपने साथी आतंकियों के साथ भारत में दाखिल हुआ.
20 लाख का रखा ईनाम
आदिल कई दिनों तक अनंतनांग में छिपा रहा. वह अपने बाकी साथियों के साथ एक बड़े हमले के मौके के लिए सही जगह की तलाश कर रहा था. आदिल अनंतनांग से ही है. वह गुरी गांव से है, जहां लगभग 4 हजार लोग रहते हैं. आदिल का एक साधारण परिवार है. उसका एक भाई पेंटर और दूसरा ऑटोमोबाइल शोरूम में कर्मचारी है. आदिल की मां शाहजादा बानो का कहना है कि उन्हें बिल्कुल भी विश्वास नहीं हो रहा कि उनका बेटा आतंकी गतिविधियों में शामिल हो सकता है. उन्होंने कहा कि अगर उनका बेटा इसमें सामिल है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए. बता दें कि आदिल का घर तोड़ दिया गया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए 20 लाख का ईनाम रखा गया है.