Monsoon Update: मॉनसून अगले सप्ताह पूर्वी भारत में दस्तक देने जा रहा है. बिहार-झारखंड की धरती पर आज से मॉनसून के बादल बरसने शुरू हो सकते हैं. इससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी लेकिन उत्तर भारत में मॉनसूनी बारिश कब से शुरू होगी.
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Weather Update of 16 June 2025: जून की तेज गर्मी ने लोगों के पसीने छुड़ा रखे हैं. बाहर तो छोड़िए, घरों में कूलर के सामने बैठने पर भी पसीने नहीं सूख रहे हैं. इस गर्मी से राहत पाने के लिए अब सबकी निगाहें मॉनसून पर टिकी हैं. मानसून के रफ्तार पकड़ने की खबरें लोगों को उम्मीद तो बंधा रही हैं लेकिन वे जानना चाहते हैं कि यह मानसून कहां तक पहुंचा है और दिल्ली एनसीआर में मानसून की बारिश कब से शुरू होगी. आइए आपको इस बारे में विस्तार से बताते हैं.
प्राइवेट मौसम वेबसाइट स्काईमेट वेदर के मुताबिक इस साल दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की एंट्री तो ज़बरदस्त रही है और उसने 26 मई तक देश के 35% हिस्से को कवर कर लिया था, जो सामान्य तारीख से कहीं पहले है. हालांकि, इसके बाद यह पश्चिमी और पूर्वी दोनों दिशाओं में ठहर गया है. पश्चिम तट पर मॉनसून मुंबई से आगे नहीं बढ़ा और पूर्वी भारत में यह बालुरघाट, दार्जिलिंग और कालिमपोंग तक ही सीमित रह गया. आमतौर पर 15 जून तक मॉनसून पूरे पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार में फैल जाता है, लेकिन इस बार थोड़ी देरी हुई है.
बंगाल की खाड़ी में बन रहा नया सिस्टम
एक नया मॉनसूनी सिस्टम बंगाल की उत्तर खाड़ी में 14 जून के आसपास बनने जा रहा है. यह एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन होगा जो अगले 48 घंटों में और मजबूत हो जाएगा. यह सिस्टम ओडिशा, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश होते हुए राजस्थान की सीमा तक पहुंचेगा. इस रास्ते में यह कई राज्यों में बारिश की गतिविधियों को गति देगा.
बदलेगा हवा का रुख, 16 जून से बारिश के आसार
मॉनसून के आगमन से पहले ही हवाओं का रुख बदलकर पूरब की ओर (Easterly winds) हो जाएगा, जो मॉनसून की आम पहचान है. हालांकि, मुख्य बारिश 16 जून के बाद ही शुरू होगी. पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार में 16 से 18 जून के बीच अच्छी मानसूनी बारिश देखने को मिलेगी. इन्हीं तारीखों में इन राज्यों में आधिकारिक रूप से मॉनसून के पहुंचने की संभावना है.
दिल्ली-एनसीआर में कब से शुरू होगी बारिश?
रिपोर्ट के मुताबिक, जैसे ही यह सिस्टम पश्चिम की ओर बढ़ेगा तो मॉनसून की धारा को और फैला देगा. इसके बाद 19 से 21 जून के बीच मॉनसून छत्तीसगढ़, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वी मध्य प्रदेश को कवर कर लेगा. इसके बाद, सप्ताह के अंत यानी जून के आखिरी हफ्ते में मॉनसून की धारा पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिम और उत्तर मध्य प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर और पूर्वी राजस्थान तक पहुंचने की संभावना है. यानी जून अंत से बारिशों का सिलसिला शुरू हो सकता है.