West Bengal: कोरोना महामारी में भी North Dinajpur में खुला है स्कूल, बच्चों की जान से हो रहा खिलवाड़
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West Bengal: कोरोना महामारी में भी North Dinajpur में खुला है स्कूल, बच्चों की जान से हो रहा खिलवाड़

कोरोना महामारी के इस चरम दौर में भी कई जगहों पर स्कूल खुले हुए हैं. जहां पर बच्चों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. 

पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर में ऑटो रिक्शा में भरकर स्कूल जाते बच्चे

कोलकाता: एक तरफ जहां पूरा देश कोरोना (Coronavirus) से युद्ध लड़ रहा है, वहीं कई जगहों से लापरवाही बरतने की भी खबरें आ रही है. 

  1. ऑटो रिक्शा में भरे दिखे स्कूली बच्चे
  2. स्कूल मालिक ने फोटो खींचने से रोका
  3. बच्चों को बागान में ले गया स्कूल मालिक

सरकारों ने बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए सभी स्कूल बंद कर दिए है. वहीं पश्चिम बंगाल (West Bengal) के उत्तर दिनाजपुर (North Dinajpur) में एक ऐसा स्कूल भी खुला है. जहां बच्चों को भेड़ बकरियों की तरह ले जाया जा रहा है. 

ऑटो रिक्शा में भरे दिखे स्कूली बच्चे

उत्तर दिनाजपुर (North Dinajpur) के इटाहार में एक प्राइमरी स्कूल बिना किसी चिंता या डर के चलाया जा रहा है. इतना ही नहीं स्कूल के बच्चे मास्क भी नहीं पहन रहे है और उन्हें दो ऑटो रिक्शा में ठूंस-ठूंस  भरा जा रहा था. स्कूल में भी बच्चों के मुंह पर  मास्क का नामोनिशान नहीं था. ऐसा लग रहा था कि मानो वहां कोरोना है ही नहीं.

स्कूल मालिक ने फोटो खींचने से रोका

हालांकि स्कूल के शिक्षक अपना पूरा ध्यान रखते दिखाई दिए और मास्क पहन रहे थे. जब जी मीडिया की टीम ने इस स्कूल में प्रवेश की कोशिश की तो स्कूल के मालिक नुरुल इस्लाम ने उन्हें रोकने की कोशिश की. 

हमारे कैमरे पर नज़र पड़ते ही नूरुल इस्लाम ने आनन फानन में हमें समझाने की कोशिश की और कहा कि स्कूल बंद होने से समाज को नुकसान पहुंच रहा है. हमें यह भी समझाने की कोशिश की कि बच्चे सामाजिक दूरी का पालन कर के ही कक्षाओं में  बैठ रहे हैं और मास्क का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. 

बच्चों को बागान में ले गया स्कूल मालिक

इसके बाद जल्दी से कुछ बच्चों को वहां से निकालकर पीछे के बागान में ले जाया गया और एक पेड़ के नीचे दूरी बनाकर खड़ा कर दिया गया. साथ ही हमारे संवाददाता को इस खबर को दबा देने के लिए दबाव भी बनाया. उसकी कोशिश के बावजद हमारे संवाददाता भाबानंदा सिंह ने कुछ तस्वीरें खींच ली. 

इन तस्वीरों में दिख रहा है कि नर्सरी से लेकर पांचवीं कक्षा तक के सभी छात्र इस स्कूल में मौजूद दिखे. जो अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेज रहे थे, वे भी कैमरे से बचते नजर आए. एक दो अभिभावकों से बात करने पर पता चला कि जब लॉकडाउन लगेगा तो स्कूल बंद कर देंगे.

ग्राम पंचायत ने जानकारी से इनकार किया 

इस बारे में ग्राम पंचायत से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कोई जानकारी होने से इनकार कर दिया. हैरानी की बात ये थी कि इटाहार ब्लॉक के ठीक सामने ही माइक के जरिए कोरोना से सतर्क रहने का प्रचार भी किया जा रहा था.

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ब्लॉक के जॉइंट BDO ने बताया कि लोगों को कोरोना (Coronavirus) के बारे में जागरूक करने के लिए प्रचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जहीरुल इस्लाम को भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है और जल्द ही उसके स्कूल को बंद करवाया जाएगा. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में स्कूल खोलने पर स्कूल के मालिक के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी. 

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