DNA Analysis: देश में अभी तक कोरोना के JN.1 वैरिएंट के 257 मरीज मिले हैं. जबकि में हांगकांग में 31, सिंगापुर 14200 और थाइलैंड में 33 हजार से ज्यादा मरीज कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमित हो गए हैं. डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना का JN.1 वैरिएंट 2021 में आए ओमिक्रॉन का ही एक नया सब-वैरिएंट है. चलिए जानते हैं ये कितना खतरनाक है और इसके लक्षण क्या हैं?
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DNA Analysis: DNA में आज हम जो खबर आपको बताने जा रहे हैं उसे जरूर जानना चाहिए, क्योंकि ये खबर थोड़ी चिंता वाली है. भारत समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस का प्रकोप फिर से देखने को मिल रहा है. हमारे देश में दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, तमिलनाडु, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, राजस्थान सहित 11 राज्यों और केद्र शासित प्रदेशों में कोरोना के मरीज मिले हैं. अभी जो कोरोना के मरीज मिल रहे हैं वो JN.1 वैरिएंट से संक्रमित हैं.
भारत में JN.1 वैरिएंट के 257 मरीज
देश में अभी तक कोरोना के JN.1 वैरिएंट के 257 मरीज मिले हैं. जबकि में हांगकांग में 31, सिंगापुर 14200 और थाइलैंड में 33 हजार से ज्यादा मरीज कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमित हो गए हैं.
2023 में JN.1 वैरिएंट की हुई पहचान
कोरोना की इस खबर को जानने के बाद आपके मन में कई सवाल होंगे कि आखिरकार कोरोना का JN.1 वैरिएंट क्या है, ये वैरिएंट कितना खतरनाक है और इससे बचाव के लिए हमें क्या करना चाहिए. आपके हर सवाल हम सिलसिलेवार तरीके से आज जवाब देंगे.आप हर जानकारी को ध्यान से सुनिए, क्योंकि कोरोना से लड़ने के 2 अस्त्र और शस्त्र है. पहला जानकारी और दूसरा सावधानी. आपको किसी अफवाह पर बिलकुल ध्यान नहीं देना है.
डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना का JN.1 वैरिएंट 2021 में आए ओमिक्रॉन का ही एक नया सब-वैरिएंट है. यानी ओमिक्रॉन से ही जुड़ा है. अगस्त 2023 में पहली बार इस वैरिएंट की पहचान हुई थी. विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी W-H-O ने कोरोना के JN.1 वैरिएंट को Variant of Interest माना है. Variant of Interest का मतलब होता है कि इस बीमारी के फैलने की रफ्तार, इसके लक्षण और इसके गंभीरता पर विशेष नजर रखना जरुरी है.
क्या है JN.1 वैरिएंट?
आपको याद होगा कि कोरोना बीमारी का सबसे बड़ा लक्षण क्या था. ये तेजी से फैलता है, एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. JN.1 वैरिएंट भी बाकी कोरोना के दूसरे वैरिएंट्स की तरह ही एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का दावा है कि JN.1 वैरिएंट का रिप्रोडक्शन रेट ज्यादा हो सकता है. इसे बोलचाल की भाषा में कहें तो कोरोना के JN.1 वैरिएंट से संक्रमित कोई मरीज पहले के कोरोना के मुकाबले इस बार ज्यादा लोगों को संक्रमित कर सकता है.
मामले में 28 फीसदी का इजाफा
इसका उदाहरण अभी सिंगापुर में देखने को मिल रहा है. सिंगापुर में पिछले हफ्ते कोरोना के मामले
11 हजार 100 थे जो इस हफ्ते करीब 28 फीसदी बढ़कर 14 हजार 200 हो चुका है. इसी तरह से हांगकांग में भी कोरोना पॉजिटिविटी रेट 13.66 प्रतिशत देखने को मिल रहा है.
कोरोना के नए वैरिएंट को अब जान चुके हैं. अब इसके लक्षण के बारे में भी आपको जानकारी होनी चाहिए जिससे आप ये जान पाएंगे कि क्या आपको या आपके आसपास में किसी को कोरोना हुआ है ?
कोरोना के JN.1 वैरिएंट के लक्षण
कोरोना के JN.1 वैरिएंट के लक्षण कोरोना के दूसरे वैरिएंट के जैसा ही है. गले में सूखी खांसी होना, हल्का और तेज बुखार जो 1 या 2 दिन से ज्यादा हो सकता है, नाक से पानी निकलना, उल्टी या दस्त होना, ठंड लगना, शारीरिक थकान और कमजोरी महसूस होना. सिरदर्द होना. गंध और स्वाद का पता नहीं चलना जैसे लक्षण है. जबकि अधिकांश लक्षण पुराने कोरोना की तरह ही है.
नया वैरिएंट कितना खतरनाक?
कोरोना के लक्षण की जानकारी आपको मिल गई हैं. अब आपके मन में दो सवाल और होंगे- पहला कि कोरोना का नया वैरिएंट कितना खतरनाक है और दूसरा कि इससे कैसे बचें.
हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना का JN.1 वैरिएंट कितना खतरनाक है, इसका अंदाजा अभी लगाना मुश्किल है. अब तक कोरोना के जो नए मामले सामने आए हैं, उन्हें देखकर ये नहीं कहा जा सकता है कि ये पहले वाले वैरिएंट से ज्यादा खतरनाक है. फिर भी आपको सावधानी बरतने की जरूरत हैं. जैसा कि हमने आपको कहा था कोरोना से लड़ने के 2 अस्त्र और शस्त्र है. पहला जानकारी और दूसरा सावधानी.
आपको अब तक हमने सभी जरूरी जानकारी बता दी. अब सावधानी को लेकर भी चर्चा करते हैं. जिन लोगों की उम्र 60 साल से ज्यादा है, अगर कोई डायबिटीज, थायराइड और हार्ट के मरीज है तो उनको विशेष ध्यान रखने की जरुरत है. इसके अलावा प्रेग्नेंट महिलाओं और जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है वो भी अपना खास ख्याल रखें. मुंबई में 2 लोगों हो गई जिसमें एक को पहले से कैंसर था और दूसरे को किडनी की बीमारी थी और दोनों कोरोना से भी संक्रमित थे.
कोरोना के JN.1 वैरिएंट से बचाव के लिए घर से बाहर निकलते समय मुंह, नाक ढककर रखें. भीड़ वाली जगह जैसे बाजार, मैट्रो, बस और ऑफिस में मास्क लगाकर रहें. बाहर से घर के अंदर आने के बाद साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोएं. अगर आपको खुद में कोरोना का कोई लक्षण महसूस होता है, तो इस विषय पर डॉक्टर से बात करें. हमारा आपसे निवेदन है कि आप अपना ख्याल रखें और सावधानी बरतें.