Who is Amritpal Singh: कौन है खालिस्तान का ख्वाब पालने वाला अमृतपाल सिंह, जो भिंडरावाले को मानता है आदर्श
Waris Punjab De: अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब दे का प्रमुख है. इस संस्था को एक्टर दीप सिंधु ने शुरू किया था, जिनका पिछले साल सड़क हादसे में निधन हो गया था. सिंधु की मौत के बाद अमृतपाल सिंह इस संस्था का नेता बन गया. दीप सिंधु का नाम सुर्खियों में उस वक्त आया था, जब उसे किसान आंदोलन के दौरान गणतंत्र दिवस पर हिंसा के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
Punjab News: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को शनिवार को पंजाब पुलिस ने हिरासत में लिया है. यह जानकारी सूत्रों ने दी है. अमृतपाल से पहले उसके 6 समर्थकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. वारिस पंजाब दे के मुखिया अमृतपाल को लेकर पिछले दिनों भी पंजाब में बवाल मच गया था. फरवरी महीने में अजनाला पुलिस स्टेशन के बाहर बंदूकों और तलवारों से लैस उसके समर्थकों की पुलिस से भिड़ंत हुई थी. अमृतपाल सिंह के करीबी लवप्रीत तूफान की गिरफ्तारी के खिलाफ सैकड़ों समर्थक सड़कों पर उतर आए और विरोध-प्रदर्शन करने लगे.
कौन है अमृतपाल
अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब दे का प्रमुख है. इस संस्था को एक्टर दीप सिंधु ने शुरू किया था, जिनका पिछले साल सड़क हादसे में निधन हो गया था. सिंधु की मौत के बाद अमृतपाल सिंह इस संस्था का नेता बन गया. दीप सिंधु का नाम सुर्खियों में उस वक्त आया था, जब उसे किसान आंदोलन के दौरान गणतंत्र दिवस पर हिंसा के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
अमृतपाल सिंह का जन्म पंजाब के जल्लूपुर खेरा में हुआ था. अमृतपाल सिंह स्वयंभू उपदेशक है, जो खुद को सिख समुदाय का प्रतिनिधि बताता है. उसने कुछ ही वक्त पहले ब्रिटेन में रहने वाली एनआरआई किरनदीप कौर से शादी की है.
भिंडरावाले को मानता है प्रेरणा
वह खुद को आध्यात्मिक नेता बताता है. उसने यह वादा किया है कि वह युवाओं को ड्रग्स के जाल से निकालकर मानेगा. इस घोषणा के बाद पंजाब और भारत के अन्य हिस्सों में उसके फॉलोअर्स की तादाद बढ़ गई. अमृतपाल सिंह खालिस्तानी समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाले को अपना आदर्श बताता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक वह कपड़े भी भिंडरावाले की तरह पहनता है. जरनैल सिंह भिंडरावाले को इंदिरा गांधी की सरकार के दौरान ऑपरेशन ब्लू स्टार में मार गिराया गया था.
विवादित नेता ने दुबई में अपने परिवार के ट्रांसपोर्ट बिजनेस में 10 साल काम किया. वह सुर्खियों में उस वक्त आया, जब तीन कृषि कानूनों के खिलाफ वह किसानों के समर्थन में उतर आया.
पिछले साल अमृतपाल के समर्थकों ने जलंधर में मॉडल टाउन गुरुद्वारा में तोड़फोड़ और कुर्सियों और सोफों में आग लगा दी थी. समर्थकों का कहना था कि ये सिख धर्म की शिक्षाओं के खिलाफ हैं. इसके अलावा कपूरथला जिले के बिहारीपुरा गांव स्थित गुरुद्वारा में भी तोड़फोड़ की गई थी.
हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे