Who is Sonu Matka: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मेरठ के टीपी नगर इलाके में मुठभेड़ के दौरान कुख्यात अपराधी अनिल उर्फ सोनू मटका का एनकाउंटर कर दिया. सोनू मटका हाशिम बाबा गैंग का सक्रिय सदस्य और फर्श बाजार डबल मर्डर केस का मुख्य आरोपी था. 31 अक्टूबर को दिवाली की रात शाहदरा के बिहारी कॉलोनी में चाचा-भतीजे की हत्या के बाद से वह फरार था. दिल्ली पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित कर रखा था.


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असल में शनिवार सुबह-सुबह दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और यूपी एसटीएफ ने मेरठ में ऑपरेशन चलाया. सोनू मटका की लोकेशन टीपी नगर इलाके में मिली. पुलिस ने इलाके को घेर लिया, जिसके बाद सोनू ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी कई राउंड गोलियां चलाईं. इस मुठभेड़ में सोनू घायल हो गया. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. उसके पास से पिस्टल और कारतूस बरामद हुए हैं.


आखिर कौन है सोनू मटका
अनिल उर्फ सोनू उर्फ मटका 39 वर्षीय कुख्यात अपराधी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बागपत का रहने वाला था. उसने आठवीं तक पढ़ाई की और करावल नगर में मोटर मैकेनिक के तौर पर काम शुरू किया. लेकिन जल्दी ही वह अपराध की दुनिया में कदम रख बैठा. सोनू ने अपने आपराधिक जीवन की शुरुआत रमेश ज्वैलर की डकैती और हत्या से की जिसके बाद वह कई बार जेल गया. 2021 में तिहाड़ जेल से परोल पर बाहर आने के बाद से वह फरार था.


अपराधों की लंबी सूची
सोनू मटका के खिलाफ हत्या, लूट, और हत्या की कोशिश समेत 10 से अधिक मामले दर्ज थे. वह दिल्ली और एनसीआर के कई जघन्य अपराधों में शामिल रहा. हाशिम बाबा गैंग का सदस्य होने के नाते उसने कई वारदातों को अंजाम दिया. दिवाली की रात शाहदरा में चाचा आकाश शर्मा उर्फ छोटू और भतीजे ऋषभ की हत्या में उसकी भूमिका ने उसे एक बार फिर चर्चा में ला दिया.


पुलिस की बड़ी सफलता!
दिल्ली पुलिस के लिए सोनू का एनकाउंटर एक बड़ी सफलता है. उसके फरार होने के बाद से पुलिस उसके ठिकानों पर लगातार नजर रख रही थी. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने दावा किया कि यह ऑपरेशन संगठित अपराध के खिलाफ उनकी मजबूत कार्रवाई का हिस्सा था. सोनू के मारे जाने से हाशिम बाबा गैंग को बड़ा झटका लगा है. इस केस में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है.