Ramji Lal Suman: रामजी लाल सुमन उत्तर प्रदेश की दलित राजनीति का बड़ा चेहरा माने जाते हैं. वे 1999 और 2004 में फिरोजाबाद लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं. समाजवादी पार्टी में वे मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे और अब अखिलेश यादव के विश्वसनीय नेता माने जाते हैं.
Trending Photos
Rana Sanga controversy: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन एक बार फिर चर्चा में हैं. उन्होंने राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा के दौरान राणा सांगा को गद्दार कहकर विवाद खड़ा कर दिया. उन्होंने अपने बयान में कहा कि बाबर को भारत लाने वाला राणा सांगा था लेकिन उसकी आलोचना नहीं की जाती. उनके इस बयान के बाद सदन में हंगामा मच गया और भाजपा सांसदों ने विरोध जताया. राज्यसभा के उपसभापति ने उन्हें संसदीय मर्यादा बनाए रखने की नसीहत दी और शांत होने को कहा.
मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे
असल में सपा सांसद के बयान पर अब सियासी घमासान मच गया है. भाजपा ने इसे हिंदू वीरों का अपमान बताया है. रामजी लाल सुमन उत्तर प्रदेश की दलित राजनीति का बड़ा चेहरा माने जाते हैं. वे 1999 और 2004 में फिरोजाबाद लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं. समाजवादी पार्टी में वे मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे और अब अखिलेश यादव के विश्वसनीय नेता माने जाते हैं.
अखिलेश यादव ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया और बाद में 2024 में राज्यसभा भेजा. उनकी पहचान पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक PDA राजनीति के मजबूत नेता के रूप में होती है. रामजी लाल सुमन का जन्म 25 जुलाई 1950 को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के बहदोई गांव में हुआ था. उन्होंने आगरा कॉलेज से उच्च शिक्षा प्राप्त की और छात्र राजनीति में सक्रिय हो गए.
Watch: Samajwadi Party MP Ramji Lal Suman says, "This has become a common rhetoric of BJP members that Muslims have Babar’s DNA... So, if Muslims are the descendants of Babar, then you are the traitorous descendants of Rana Sanga..."
(Date: 21/03/2025)
(Video Courtesy: Sansad… pic.twitter.com/Vftx5QlwQI
— IANS (@ians_india) March 22, 2025
वे आपातकाल के दौरान जेल भी गए और 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर फिरोजाबाद से पहली बार सांसद बने. इसके बाद वे 1989, 1999 और 2004 में लोकसभा पहुंचे. 1991 में वे चंद्रशेखर सरकार में श्रम कल्याण, महिला और बाल विकास राज्य मंत्री भी रहे.