WHO ने भारत को किया आगाह, कोरोना से लड़ने के लिए ज्यादा तैयारी की जरूरत
कोरोना महामारी के आगमन के 6 महीने बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को इस बीमारी को लेकर आगाह किया है.
नई दिल्ली: कोरोना महामारी के आगमन के 6 महीने बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को इस बीमारी को लेकर आगाह किया है. WHO ने कहा कि यह महामारी जल्द खत्म होने के आसार नहीं है. ऐसे में भारत समेत बाकी देशों को कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए ज्यादा तैयारियों की जरूरत है. WHO ने कहा भारत को कोरोना संक्रमण की दर को कम रखने के प्रयासों को जारी रखने की सलाह भी दी.
कोरोना महामारी जल्द खत्म होने के आसार नहीं
विश्व स्वास्थ्य संगठन की दक्षिण पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल ने कहा है कि जिस तरह से दुनिया भर में कोरोना के हालात हैं. उसको देखते हुए अभी नहीं लगता कि कोरोना महामारी जल्द ही खत्म हो जाएगी. ऐसे में भारत सरकार और राज्य सरकारों को कोरोना से निपटने के लिए तैयारी और मजबूत करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि यह तैयारी तब तक जारी रखनी होगी. जब तक कोरोना का वैक्सीन नहीं आ जाती. उन्होंने सुझाव दिया कि इन बीमारी से निपटने के लिए सभी देशों को सभी देशों को एकजुट होकर कोरोना संक्रमण दर को कम करना होगा. साथ ही मृत्यु दर को कम करने की ओर भी ध्यान देना होगा.
'हॉटस्पॉट चिन्हित कर पीड़ितों के इलाज में लाएं तेजी'
डॉ खेत्रपाल ने भारत समेत दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों को सलाह दी कि वे पब्लिक हेल्थ मेजर्स,डिटेक्ट, टेस्ट, ट्रेस,आइसोलेट, ट्रीट, हैंड हाइजीन और सामाजिक दूरी बनाए रखें. इसके अलावा कोरोना हॉटस्पॉट चिन्हित करने, प्रभावितों को अलग थलग करने और उनके इलाज पर भी जोर बनाए रखें. उन्होंने कहा कि सभी देशों को हेल्थ सिस्टम को और मजबूत बनाने के लिए प्रयास करते रहना चाहिए. अपने आकलन में WHO ने पाया कि जिन जगहों पर कोरोना के केस कम हुए हैं. वहां स्वास्थ्य सेवाएं पहले से मजबूत हुई हैं. इन जगहों पर टेस्ट की संख्या बढ़ाई गई है. साथ ही मरीजों के इलाज में ज्यादा ध्यान दिया गया है.
बेहतरीन तैयारियों के लिए भारत की तारीफ
WHO ने कोरोना को नियंत्रित करने के लिए भारत की तैयारियों की तारीफ भी की. WHO के मुताबिक भारत में बढ़ते कोरोना के मामलों के पीछे यहां की बड़ी आबादी है. इसके बावजूद भारत सरकार ने वक्त पर एक्शन लिया और टेस्ट की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ हेल्थ सिस्टम को मजबूत करने पर जोर दिया गया. यही वजह है कि आज भारत में हालात दूसरे देशों के मुकाबले बेहतर हैं