कौन था गढ़चिरौली में मारा गया खूंखार नक्सली मिलिंद तेलतुंबडे? सिर पर था 50 लाख इनाम
Amaravati Encounter: पुलिस को खबर मिली थी कि कुछ आतंकी जंगल के रास्ते छत्तीसगढ़ से महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जाने वाले हैं. जिसके बाद कमांडो मौके पर नक्सलियों को रोकने के लिए पहुंचे थे.
गढ़चिरौली: महाराष्ट्र (Maharashtra) के गढ़चिरौली (Gadchiroli) में रविवार को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 26 नक्सलियों (Naxalites) को ढेर कर दिया. इसमें एक खूंखार नक्सली मिलिंद तेलतुंबडे (Milind Teltumbde) भी मारा गया. पुलिस ने जंगल से नक्सलियों के 26 शव बरामद किए. महाराष्ट्र पुलिस की सी-60 यूनिट (C-60 Unite) ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है.
कौन है मिलिंद तेलतुंबडे?
मिलिंद तेलतुंबडे उर्फ कमांडर M उर्फ दीपक उर्फ सहयाद्रि लगभग तीन दशक से नक्सली गतिविधियों में शामिल था. उसके सिर पर 50 लाख रुपये का इनाम था. वो यवतमाल के वाणी गांव का रहने वाला था. मिलिंद तेलतुंबडे CPI (Moist) की सेंट्रल कमेटी सदस्य था. मिलिंद तेलतुंबडे एलगार परिषद मामले में फरार चल रहा था. इसी मामले में मिलिंद तेलतुंबडे का भाई आनंद तेलतुंबडे गिरफ्तार किया जा चुका है. 2011 में मिलिंद तेलतुंबडे की पत्नी भी गिरफ्तार हुई थी. मिलिंद तेलतुंबडे जांभूलखेड़ा धमाके में भी आरोपी था.
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मिलिंद तेलतुंबडे का था बेहद अहम रोल
जान लें कि एमएमसी यानी महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में एमएमसी गोरिल्ला जोन मिलिंद तेलतुंबडे ने ही बनाया था. मिलिंद तेलतुंबडे एमएमसी एरिया का रीजनल हेड था. शहरी इलाकों में नक्सली विचारधारा के प्रचार प्रसार में मिलिंद तेलतुंबडे की अहम भूमिका थी. शहरों में पिछड़े समाज के युवकों को नक्सल गैंग में रिक्रूट करने में भी मिलिंद तेलतुंबडे का अहम रोल था. हत्यारों की ट्रेनिंग देना और ऑपरेशन प्लान कर उसे अंजाम देने की जिम्मेदारी भी मिलिंद तेलतुंबडे की थी. पिछले एक दशक में मिलिंद तेलतुंबडे ने पुलिस के खिलाफ कई ऑपरेशन को अंजाम दिया.
बता दें कि महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में सुरक्षाबलों ने रविवार को 26 नक्सलियों को मार गिराया था. C-60 यूनिट ने इस बड़े ऑपरेशन को किया था. हालांकि नक्सलियों से मुठभेड़ में 4 जवानी भी घायल हो गई. जिनका इलाज अस्पताल में जारी है.
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दरअसल पुलिस की कमांडो टीम को सूचना मिली थी कि कुछ नक्सली छत्तीसगढ़ के जंगलों से गढ़चिरौली जाने वाले हैं. ग्यारापट्टी के जंगली इलाके धनोरा में मुठभेड़ उस समय हुई जब पुलिस टीम तलाशी अभियान चला रही थी. नक्सलियों ने कमांडो को देखते ही गोलीबारी शुरू कर दी. सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई के बाद वे जंगल की ओर भाग निकले. इस मुठभेड़ में घायल जवानों का अस्पताल में इलाज चल रहा है और सभी खतरे से बाहर है.
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