Maharashtra News in Hindi: क्या महाराष्ट्र में जल्द होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव में एमवीए और राज ठाकरे की मनसे मिलकर बीजेपी सरकार के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं. इस सवाल पर सीएम देवेंद्र फडणवीस ने जवाब देते हुए बड़ा दावा किया है.
Trending Photos
)
Maharashtra Local Body Elections 2025: महाराष्ट्र में जल्द ही होने वाले स्थानीय निकायों के चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. हाल में MNS प्रमुख राज ठाकरे ने MVA नेताओं के साथ मुलाकात की थी. जिसके बाद से बीजेपी अलर्ट हो गई है. हालांकि बीजेपी नेता इस मुलाकात को सामान्य बताते हुए इसके किसी भी असर से इनकार कर रहे हैं. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से आज सोलापुर में जब मीडिया ने इस बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि कोई भी कहीं भी जा सकता है, किसी को किसी के साथ रहने की बाध्यता नहीं है.
महाराष्ट्र के लोग महायुति के साथ- फडणवीस
सीएम फडणवीस ने दावा किया कि आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में महायुति (भाजपा एवं उसके सहयोगियों) की जीत होगी. महाराष्ट्र के लोग महायुति के साथ हैं. उन्होंने आगे कहा, 'हमें यह भी पता है कि चुनाव जीतने के बाद विपक्ष आज की तस्वीरें दिखाएगा और कहेगा देखो हमने पहले ही चेतावनी दी थी कि चुनाव में गड़बड़ियां हुई थीं.' वे ऐसी बातें कहेंगे, लेकिन इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ेगा. जीत महायुति की ही होगी.'
चुनावों में कितना असर डाल पाएंगे राज ठाकरे?
बताते चलें कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने हाल ही में अपने करीबी नेताओं के साथ उद्धव ठाकरे और MVA नेताओं से मुलाकात की थी. इस बैठक में उन्होंने स्थानीय निकाय चुनावों की रणनीति और आगामी विधानसभा चुनावों में गठबंधन की संभावनाओं पर चर्चा की. सूत्रों के अनुसार राज ठाकरे ने साफ किया कि MNS अपनी ताकत दिखाने के लिए सक्रिय रहेगा और जहां ज़रूरत महसूस होगी, वहां पर गठबंधन पर खुलकर विचार किया जाएगा.
फडणवीस ने बयान से क्या संदेश दिया?
राजनीतिक पंडितों के मुताबिक, ऐसे में फडणवीस का आज दिया गया बयान विपक्ष के फेवर में कथित लहर चलने की संभावना को पहले ही खारिज करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है. उन्होंने यह संदेश दिया कि महायुति संगठनात्मक मजबूती और जनाधार में विश्वास रखती है, इसलिए कोई अफवाह या विवाद उनके मनोबल को नहीं तोड़ पाएगा.
महाराष्ट्र में स्थानीय चुनावों का क्या होता असर?
स्थानीय राजनीति पर नजर रखने वालों के अनुसार, महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव केवल नगर निगम और पंचायतों तक सीमित नहीं हैं. ये चुनाव राजनीतिक ताकत के पैमाने के रूप में काम करते हैं. इन चुनावों के नतीजों से राजनीतिक दल अगले साल विधानसभा और लोकसभा चुनावों में अपनी संभावित ताकत का आकलन करते हैं. ऐसे में हरेक पार्टी इन चुनावों में बेहतर प्रदर्शन के लिए पूरा जोर लगाए रखती है.