Winter Season in North India: दिल्ली-एनसीआर में झमाझम बारिश हुई है. पहाड़ों पर बर्फबारी जल्दी होने लगी है. कहीं तेज हवाएं और कहीं ओले भी गिरे हैं. ऐसे में लोग को इस बार ठंड पहले ही लगने लगी है. एसी और कूलर भी खामोश हो गए हैं.
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Mausam Samachar: पिछले 24 घंटे में जिस तरह से ठंडक बढ़ी है उससे लगने लगा है कि इस बार ठंडी का मौसम जल्दी आ जाएगा. लोग चाय पर चर्चा में इसी पर बातें कर रहे हैं. कुछ लोगों ने तो पहले दिन की ठंडक में शॉल निकाल लिए. बीती रात जम्मू-कश्मीर, पंजाब से लेकर यूपी के ज्यादातर घरों में एसी और कूलर खामोश रहे. जिन्होंने चलाया उन्होंने मोटी चादर ओढ़कर खर्राटे लिए. मौसम विभाग ने अलर्ट किया है कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में उत्तर-पश्चिम भारत में भारी वर्षा की संभावना है. दिल्ली-एनसीआर से लेकर कई राज्यों में मंगलवार शाम को बारिश हुई थी.
इस साल अक्टूबर महीना लगते ही हिमालयी क्षेत्रों में मौसम ने ठंडक का अहसास दिला दिया. गुलमर्ग समेत दूसरे हिल स्टेशनों पर जल्दी बर्फबारी शुरू हो गई. टूरिस्टों की तो मौज आ गई, साथ में आम लोगों ने उमस और पसीने से राहत की सांस ली. गुलमर्ग में 2 अक्टूबर को ही पहली स्नोफॉल रिकॉर्ड की गई. मौसम एक्सपर्ट बता रहे हैं कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों यानी हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में अगले 24 घंटों तक अलग-अलग स्थानों पर बर्फबारी और कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है.
मॉनसून विदा, ठंड की एंट्री
भारतीय मौसम विभाग के साइंटिस्ट डॉ. तृषाणु बनिक ने बताया है कि गुजरात, मध्य प्रदेश और यूपी के कुछ और इलाकों तथा महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में अगले 3-4 दिन के दौरान दक्षिण पश्चिम मॉनसून के वापस लौटने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं.
उन्होंने कहा है कि दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में अगले 5-6 दिनों तक वर्षा की गतिविधियों में वृद्धि और कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है. पिछले 24 घंटों यानी 6 से 7 अक्टूबर के दौरान ओडिशा के क्योंझरगढ़ जिले, पश्चिमी राजस्थान के कुचामन, नागौर में और पश्चिमी यूपी के संभल जिले के आसपास भारी से बहुत भारी बारिश हुई है.
हिमाचल प्रदेश के मनाली और दूसरे इलाकों में तापमान काफी घट गया है और बर्फ की चादर देखी जा रही है. राजधानी दिल्ली में जमकर बारिश हुई है. इस कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर विमानों का ऑपरेशन भी प्रभावित हुआ है.