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चंडीगढ़: देश की दिव्यांग चेस चैंपियन मलिका हांडा (Malika Handa) ने पंजाब सरकार (Punjab Govt) पर आरोप लगाया है कि वो उसके साथ नाइंसाफी कर रही है. दिव्यांग खिलाड़ी मलिका हांडा का कहना है कि पंजाब सरकार ने उसे नौकरी और कैश अवॉर्ड देने का वादा किया था लेकिन अब सरकार मुकर रही है.
चेस चैंपियन मलिका हांडा (Chess Champion Malika Handa) ना बोल सकती हैं और ना ही सुन सकती हैं लेकिन ये इनकी पहचान नहीं है. मलिका हांडा एक चैंपियन खिलाड़ी हैं. मलिका हांडा भारत की दिव्यांग चेस प्लेयर हैं. वो वर्ल्ड डेफ चेस चैंपियनशिप (World Deaf Chess Championship) में गोल्ड मेडल (Gold Medal) जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं. उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप और एशियाई चैंपियनशिप में भारत के लिए 6 मेडल जीते हैं.
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मलिका हांडा ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो अपलोड किया है. इस वीडियो में मलिका हांडा का दर्द दिख रहा है. मलिका बोल नहीं सकती हैं लेकिन मेडल्स के साथ इशारों-इशारों में वो अपनी बात कह रही हैं. मलिका का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
दिव्यांग खिलाड़ी मलिका हांडा ने पंजाब सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि मैं बहुत आहत महसूस कर रही हूं. 31 दिसंबर को मैं पंजाब के खेल मंत्री परगट सिंह से मिली लेकिन अब वो कह रहे हैं कि वो मुझे सरकारी नौकरी और नकद पुरस्कार नहीं दे सकते क्योंकि बधिर खिलाड़ियों के लिए सरकार की कोई ऐसी नीति नहीं है.
I am very feeling Hurt
31 dec I met sports minister of Punjab @PargatSOfficial
Now He said punjab Govt can not give job and Not cash award accept to (Deaf sports) because they do not have policy for deaf sports.
Cc: @CHARANJITCHANNI @sherryontopp @RahulGandhi @rhythmjit @ANI pic.twitter.com/HhYEWbGJ7E— Malika Handa (@MalikaHanda) January 2, 2022
मलिका का दावा है कि पंजाब के पूर्व खेल मंत्री ने उन्हें नौकरी और कैश प्राइज देने का वादा किया था लेकिन अब सरकार वादे से मुकर रही है. मलिका के मुताबिक, इससे पहले की सरकार के दौरान उन्हें निमंत्रण पत्र भी भेजा गया था लेकिन कोविड की वजह से वो इवेंट कैंसिल हो गया.
चेस चैंपियन मलिका के मुताबिक, जब उन्होंने खेल मंत्री परगट सिंह को बताई तो परगट सिंह का साफ तौर पर कहना था कि ये घोषणा पूर्व खेल मंत्री ने की थी. मौजूदा सरकार ने नहीं और चूंकि सरकार के पास बधिर खिलाड़ियों के लिए कोई ऐसा प्रावधान नहीं है इसलिए मलिका को नौकरी और कैश अवॉर्ड नहीं मिल सकता है.
मलिका हांडा सवाल उठा रही हैं कि अगर पंजाब सरकार ने ऐसी घोषणा क्यों की जिसे वो पूरा नहीं कर सकती है. मलिका के मुताबिक, पंजाब की कांग्रेस सरकार के वादों पर भरोसा कर उनके पांच साल बर्बाद हो गए और उन्हें बेवकूफ बनाया गया.मलिका ने इस ट्वीट में पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को भी टैग किया है.
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