विश्व खाद्य भारत के आयोजन के दूसरे दिन चार नवंबर को गुरुपर्व के दिन इस स्पशेल 'खिचड़ी' को चावल, गेहूं, मूंग, जौ, बाजरा, रागी और तमाम अन्य पोषक अनाजों के साथ तैयार किया जायेगा.
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नई दिल्ली: तीन दिवसीय विश्व खाद्य भारत सम्मेलन का उद्घाटन तीन नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे. इस मेले एवं सम्मेलन में अबकी बार हर घर में परोसी जाने वाली स्पेशल भारतीय डिश 'खिचड़ी' को खास तौर पर विदेशी मेहमानों के समक्ष परोसा जाएगा. हालांकि इसकी चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि एक साथ एक जगह 800 किलो 'खिचड़ी', 1000 ली क्षमता वाली विशाल कढ़ाई में बनाई जाएगी. इसे मशहूर शेफ संजीव कपूर तैयार करेंगे.
विश्व खाद्य भारत के आयोजन के दूसरे दिन चार नवंबर को गुरुपर्व के दिन इस स्पशेल 'खिचड़ी' को चावल, गेहूं, मूंग, जौ, बाजरा, रागी और तमाम अन्य पोषक अनाजों के साथ तैयार किया जायेगा. इसके लिए आयोजन स्थल पर जो 1,000 लीटर क्षमता वाली कढ़ाई रखी गई है, उसका व्यास सात फीट है और यह तीन परत वाले स्टेनलेस स्टील की बनी है.
गिनीज बुक
संजीव कपूर का यह प्रयास गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हो सकता है. इस प्रयास का मकसद 'खिचड़ी को ब्रांड इंडिया खाद्य' के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय बनाना और लोगों में भारतीय खाद्य उत्पादों के प्रति रुचि पैदा करना है.
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने एक संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी देते हुये कहा, ''गुरु पर्व के दिन यह आयोजन होगा और इसमें तैयार खिचड़ी विदेशी मेहमानों के साथ साथ गरीबों में भी बांटी जायेगी. खिचड़ी एक ऐसा पकवान है जो गरीब-अमीर सबके यहां पकती है और इसे स्वास्थ्य के लिहाज से काफी पोषक माना जाता है.'' शेफ संजीव कपूर भी इस अवसर पर उपस्थित थे.
उन्होंने कहा कि इस खिचड़ी को बनाने में 50 लोग शामिल होंगे और इसके पीछे प्रयास भारत के खाद्य ब्रांड के तौर पर खिचड़ी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेश करना है. इसे धीमी आंच पर पकाया जायेगा.
(इनपुट: भाषा)