इन दिनों देश के अलग-अलग हिस्सों में Cyber Crime की घटनाएं काफी तेज़ी से बढ़ी हैं. और इस दौरान ATM Fraud के कई मामले सामने आए हैं.
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अब हम ATM जाने वालों के लिए जनहित में एक विश्लेषण जारी करेंगे . हम चाहेंगे, कि आप पूरे परिवार के साथ इस विश्लेषण को बहुत ध्यान से देखें. और इस दौरान कही गई ज़रुरी बातों को Note कर लें.
मान लीजिए, आप घर में बैठकर आराम कर रहे हैं . या Office में काम कर रहे हैं . और अचानक आपके Mobile Phone पर एक Message आए. जिसमें लिखा हो, कि आपके Bank Account से 1 लाख रुपये या 10 हज़ार रुपये निकाले गए हैं. ये Message देखते ही आपके दिल की धड़कनें तेज़ हो जाएंगी. घबराहट की वजह से आपके पसीने छूटने लगेंगे. आपको कुछ भी समझ में नहीं आएगा, कि ये कैसे हो गया ? ऐसा होना लाज़िमी है. क्योंकि, अगर आपने किसी ATM से कोई Transaction किया ही नहीं. तो फिर बैठे-बैठे आपके खाते से कोई रकम कैसे Deduct हो सकती है ? ये Cashless Economy या Digital Money की वो कड़वी सच्चाई है, जिसे आपको स्वीकार भी करना होगा. और इससे सावधान भी रहना होगा. सबसे पहले आप पूरी ख़बर को ध्यान से समझिए.
इन दिनों देश के अलग-अलग हिस्सों में Cyber Crime की घटनाएं काफी तेज़ी से बढ़ी हैं. और इस दौरान ATM Fraud के कई मामले सामने आए हैं. यानी ऐसे Cases, जिसमें लोगों के Bank Account से अपने आप पैसे कट गए. और उन्हें इस बात की जानकारी तब मिली, जब Bank की तरफ से उन्हें पैसे कटने का Message आया. किसी भी ATM से किए गए हर Transaction के बाद आपको ऐसे Message आते होंगे. लेकिन, बिना किसी Transaction के अगर आपके पैसे कट जाएं, तो समझ लीजिए, कि आपके साथ या तो जालसाज़ी हुई है. या फिर आप Card-Cloning Rackets चलाने वाले और लुटेरों के शिकार हो गए हैं.
इस विश्लेषण का भाव ये है, कि जब देश में नई तकनीक आती है, तो अपने साथ समस्याएं भी लाती हैं. और भारत एक ऐसा देश है, जहां Original चीज़ आते ही Market में उसकी Duplicate Copy भी आ जाती है. जिस प्रकार भारत में नया कानून या कोई नियम बनते ही लोग उसके Loopholes खोज लेते हैं. ठीक उसी प्रकार ATM की सुविधा आने के बाद, उसकी Duplicate Copy बनाने वालों ने इसका भी तोड़ खोज लिया है.
2018 और 2019 में अब तक महाराष्ट्र में ATM Fraud के 233 मामले दर्ज हुए हैं. जबकि दिल्ली में 179 केस .
महाराष्ट्र में फर्ज़ीवाड़े के शिकार लोगों को 4 करोड़ 80 लाख रुपये का नुकसान हुआ. जबकि दिल्ली वालों के 2 करोड़ 90 लाख रुपये लूट लिए गए.
देश के अलग-अलग हिस्सों में इस साल ATM Fraud के 300 मामले दर्ज हुए हैं. और लोगों को 1 करोड़ 3 लाख रुपये का नुकसान हुआ है.
लेकिन, फर्ज़ीवाड़े की ये संख्या इससे कहीं ज़्यादा हो सकती है. क्योंकि, Reserve Bank Of India उन मामलों का Record रखती है, जिसमें कम से कम 1 लाख रुपये का नुकसान हुआ हो.
देशभर में 2017 और 2018 में ATM Frauds की संख्या 911 थी. लेकिन 2018 और 2019 में ये संख्या बढ़कर 980 हो गई.
इस फर्ज़ीवाड़े का सच जानने से पहले ये देखिए, कि हमारे देश के ATMs और Debit Card के क्या हाल हैं ? क्योंकि इन आंकड़ों का इस फर्ज़ीवाड़े से सीधा Connection है.
मार्च 2019 तक भारत में ATMs की कुल संख्या 2 लाख 21 हज़ार 703 थी.
जनवरी 2019 तक देश में 93 करोड़ Debit Cards, Issue किए जा चुके थे.
और भारत में ATM Transactions की मदद से प्रति महीने औसतन 80 करोड़ रुपये निकाले जाते हैं.
लेकिन एक सच्चाई ये भी है, कि देश के ज़्यादातर ATMs के CCTV Cameras मृत अवस्था में हैं.
कई जगहों पर Security Guards नहीं होते.
और ये एक बड़ी वजह है, कि दिल्ली सहित देश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद ATMs, Card-Cloning Rackets चलाने वालों की पसंदीदा जगह बन चुकी है.
इसके अलावा, हथियारों से लैस लुटेरे भी ATM जाने वालों को डरा-धमका कर उनसे पैसे लूटते हैं. हालांकि, उनके काम करने का तरीका भी काफी दिलचस्प है.
ये लुटेरे, आपसे ऐसा व्यवहार करेंगे, जैसे वो आपकी मदद करना चाहते हैं. अगर कोई बुज़ुर्ग या ऐसे लोग, जो पहली बार ATM से पैसे निकालने जाते हैं और वो उसे Operate करना नहीं जानते. उनकी मदद के नाम पर ये लुटेरे ATM का Pin Code देख लेते
हैं. और जान से मारने की धमकी देकर उनसे पैसे लूट लेते हैं.
ये तो लुटेरों की बात हुई. अब ये देखिए, कि Card-Cloning Rackets चलाने वाले कैसे आपकी जेब काटते हैं.
ATM में हरे रंग के छोटे से Box को Card Slot कहते हैं. इसी Slot में आप अपना Debit Card, Insert करते हैं. लेकिन आपको लूटने वाला Gang, इसी में एक Skimming Device लगा देता है. जो हूबहू ATM के Original Box से काफी हद तक मिलता-जुलता है. और ये आसानी से बाज़ार में उपलब्ध है. वो भी सिर्फ 2 हज़ार रुपये में.
आपके Pin की चोरी करने के लिए ऐसे Gang, ATM मशीन के Key-Pad के पास एक मशीन लगा देते हैं. इस मशीन में Memory Card से लेकर Camera, सबकुछ लगा होता है. इसके अलावा इनका दूसरा तरीका ये होता है, कि वो असली Key-Pad को नकली Key-Pad से बदल देते हैं.
आप ATM में लगे हरे रंग के नकली Box और छिपा कर रखे गए मशीन से अंजान होते हैं. और फिर जैसे ही आप अपना Card, अंदर Insert करते हैं, ये उपकरण उसे Scan करके, उसका Data, कॉपी कर लेता है. जबकि मशीन में लगे कैमरे की मदद से आपको लूटने वालों को आपका Pin Code पता चल जाता है.
इसी की मदद से Debit Card की Cloning की जाती है. यानी एक Duplicate Card बनाया जाता है. और आपके खाते से हज़ारों-लाखों रुपये निकाल लिए जाते हैं. वो भी बिना आपकी जानकारी के.
Card-Cloning चलाने वाले लोगों में स्थानीय Gangs से लेकर अंतर्राष्ट्रीय Gangs सभी शामिल हैं. और ये चुपचाप आपकी जेब पर डाका डाल रहे हैं. आगे बढ़ने से पहले आप एक छोटा सा Demo देखिए. इसे सरल और आसान भाषा में आपके समझने के लिए तैयार किया गया है... इसे देखने के बाद आपको सारा खेल समझ में आ जाएगा.
चिंता की बात ये है, कि ऐसे Gangs खुलेआम Operate कर रहे हैं. और किसी को कानों कान भनक तक नहीं है. इसके पीछे की एक वजह सिस्टम का लचर रवैया है.
ATMs को लेकर RBI की Guidelines कहती है, कि ATM के Channel Managers और Vendors को, समय-समय पर ATM की लोकेशन का दौरा करना चाहिए. उसकी Regular Monitoring होनी चाहिए.
Vendors और Banks को Real Time Basis पर ATMs के काम करने के समय की Monitoring करनी चाहिए.
जब ATM Machines, Down हों तो ऐसा Online System होना चाहिए, जिससे Vendors को जल्द से जल्द Notification मिल सके, और ATM को ठीक किया जा सके.
Bank के टॉप मैनेजमेंट को, ATMs की Down Time Reports पर निगरानी रखनी चाहिए. साथ ही ATMs की Servicing और ख़राब हो चुके Parts को तत्काल प्रभाव से बदलने की दिशा में काम करना चाहिए.
लेकिन...सरकारी Banks हों या Private Banks...दोनों के ATMs में आम जनता को नुकसान ही होता है. कभी वो ATM Fraud के शिकार होते हैं. कभी उन्हें Out Of Service वाली समस्या का सामना करना पड़ता है. तो कभी ATM के Out Of Cash होने की स्थिति में, आपको खाली हाथ वापस लौटना पड़ता है. कई बार आप खरीदारी करने से पहले अपना मन मार लेते होंगे कि मैं ये नहीं खरीदूंगा.
इस चीज़ के बिना भी मेरा काम चल जाएगा. आपके बच्चे कोई महंगा खिलौना खरीदने की ज़िद करते होंगे तो आप उन्हें बहलाते होंगे . कोई भी चीज़ खरीदने से पहले आप इसलिए मन मार लेते हैं, क्योंकि आपकी कमाई सीमित है. लेकिन आपकी उसी कमाई को चुराकर अपराधी अपनी मनपसंद शॉपिंग कर रहे हैं. अगर आप ऐसे लोगों को रोकना चाहते हैं तो अभी से सावधान हो जाइए.
देश के ज़्यादातर बैंक महानगरों में महीने में तीन ATM Transactions के लिए कोई चार्ज नहीं लेते. लेकिन इसके बाद होने वाले हर Transaction के लिए बैंक आपसे 20 रुपये Plus, GST वसूलते हैं. देश के छोटे शहरों में हर महीने फ्री Transaction की सीमा पांच है. लेकिन सुविधा के नाम यही बैंक आपके Debit Card की रक्षा नहीं कर पाते. सोशल मीडिया एक बहुत बड़ा माध्यम है. आप ऐसे Banks को इसकी मदद से Expose कर सकते हैं.
ATM यानी Automated Teller Machine की शुरुआत आज से 52 साल पहले वर्ष 1967 में हुई थी. जब London में Barclays बैंक का ATM, लोगों के लिए खोला गया था. लेकिन इन 52 सालों में जैसे-जैसे तकनीक विकसित हुई. इसके दुरुपयोग का भी तरीका लोगों ने ढूंढ निकाला. अब सवाल ये है, कि अगर आप इस Fraud के शिकार हो जाते हैं, तो आपको सबसे पहले क्या करना चाहिए. ऐसे मामलों में आपके अधिकार क्या हैं ? अब इन बातों को Note कर लीजिए.
जैसे ही आपके Registered Mobile Number पर आपके खाते से पैसे निकलने का Message आता है. तो उसमें एक प्रश्न पूछा जाता है. कि क्या आपने ये Transaction किया है ? ऐसे मामलों में Message को ध्यान से पढ़िए. और तत्काल प्रभाव से No लिखकर उस SMS का Reply कीजिए.
अगर आपने ऐसा नहीं किया और आपके पैसे कट गए. तो फिर आप उस संबंधित बैंक में जाकर अपना ATM कार्ड Block कराएं.
इसके बाद बैंक के Branch Manager को एक Application दें. साथ ही साथ उस संबंधित बैंक के Customer Care Number पर भी अपनी शिकायत ज़रुर दर्ज कराएं. और उस शिकायत की Complain Id अपने पास संभाल कर रखें.
उसके बाद पुलिस स्टेशन जाएं. और इस संदर्भ में पूरी Detail के साथ एक शिकायत देकर Fir दर्ज कराएं. यानी आपके साथ कब, क्या हुआ और कैसे हुआ ?
और सबसे ज़रुरी बात, जल्दबाज़ी में अपने Registered Mobile Number पर दूसरा Card, Issue न कराएं.
आपको इस तरह के Fraud से बचाना बैंक की जिम्मेदारी तो है ही. लेकिन आपके लिए भी ये जानना ज़रूरी है, कि आप अपने Debit या Credit Card को दुरुपयोग से कैसे बचाएं.
सबसे पहली और सबसे ज़रूरी बात ये है कि नियमित तौर पर अपना Debit Card Pin बदलते रहें. अगर आप हर 2-3 महीने पर अपना Pin बदलते रहेंगे, तो ये आपके Card और खाते की सुरक्षा के लिए काफी अच्छा रहेगा.
Pin बदलने की सुविधा ATM मशीनों में ही होती है, इसके लिए आपको कहीं और जाने की जरूरत भी नहीं है.
अपने Pin को हमेशा याद रखें, और उसे कहीं ना लिखें. कई लोग अपने Debit Card पर ही Pin लिखकर रखते हैं, ये बेहद खतरनाक हो सकता है.
Pin बदलने के लिए आजकल कई Banks Online सुविधा भी देने लगे हैं. जिसकी मदद से आप घर बैठे अपना ATM Pin बदल सकते हैं.
चाहे आप खाने का बिल चुका रहे हों या शॉपिंग का, कभी भी अपना Debit या Credit Card अपनी आंखों से ओझल ना होने दें.
हो सकता है, कि आपकी लापरवाही से आपके कार्ड की Cloning हो जाए और फिर जालसाज़ उसका दुरुपयोग कर लें.
ATM से पैसे निकालने के अलावा किसी भी दूसरी जगह जब आप Debit Card का इस्तेमाल करें, तो One Time Password या Three D Security Pin की सुविधा जरूर लें. ये आपके Banking Transaction को और ज़्यादा सुरक्षित बनाते हैं.
अपने Debit Card Transactions के लिए SMS और E-mail Alert की सर्विस जरूर लें.
ध्यान रखें अगर आप बैंक को सूचित नहीं करेंगे तो आपको होने वाले नुकसान का ज़िम्मेदार बैंक को नहीं माना जाएगा. लेकिन अगर आप बैंक को सूचित कर देंगे और उसके बाद भी आपके Card का दुरुपयोग होता है तो बैंक आपको हुए नुकसान की भरपाई करेगा. इसलिए किसी भी तरह के Fraud की शिकायत करने में देरी ना करें.
नियमित तौर पर अपने बैंक खाते का Status Check करते रहें. हो सकता है कि Network की दिक्कत की वजह से आपको कोई Transaction SMS न मिला हो. Status Check करने से आपको पता चल जाएगा कि कोई अवैध Transaction हुआ है या नहीं.
जब भी Online Banking का इस्तेमाल करें, हमेशा Browser पर Bank का पूरा Address Type करें. और ये सुनिश्चित कर लें कि जो Site आप खोल रहे हैं, उसके Address की शुरुआत में HTTPS लिखा है. सामान्य तौर पर HTTPS को एक Secure यानी सुरक्षित Online Protocol माना जाता है. और इससे ये बात पुख्ता हो जाती है कि आपका पासवर्ड Leak नहीं हो रहा है.