ZEE जानकारी: दुनिया को झकझोर कर रख देने वाली तस्वीर की दुखभरी कहानी
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ZEE जानकारी: दुनिया को झकझोर कर रख देने वाली तस्वीर की दुखभरी कहानी

ये एक पिता और उसकी 23 महीने की बेटी की तस्वीर है. और ये दोनों ही अब इस दुनिया में नहीं हैं.

ZEE जानकारी: दुनिया को झकझोर कर रख देने वाली तस्वीर की दुखभरी कहानी

हमारी अगली ख़बर एक तस्वीर पर आधारित है. ये तस्वीर आपको विचलित कर सकती है. लेकिन हम चाहेंगे कि आप इसे देखिए. और इसमें छिपी दुखद सच्चाई को महसूस कीजिए. ये एक पिता और उसकी 23 महीने की बेटी की तस्वीर है. और ये दोनों ही अब इस दुनिया में नहीं हैं.

Oscar और उसकी बेटी Valeria, दोनों Central America के एक देश El Salvador (अल-सल्वाडोर) के रहने वाले थे. और बेहतर ज़िन्दगी की तलाश में North America की Rio Grande (रियो ग्रैंड) नदी को पार करके अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन पानी में डूबने की वजह से दोनों की मौत हो गई. इस तस्वीर का सबसे मार्मिक पहलू ये है, कि मौत के वक्त भी पिता ने अपनी बेटी को अपने शरीर से लगा रखा था. और उस 23 महीने की मासूम ने, अपने दाहिने हाथ से पिता को पकड़ रखा था.

इस हादसे के पीछे का सच बहुत ही भयावह है. सबसे पहले Oscar ने अपनी बेटी को नदी के दूसरे छोड़ तक पहुंचाया. और फिर अपनी पत्नी को लेने वापस गया. लेकिन इसी दौरान उसकी बेटी ने नदी में छलांग लगा दी. बेटी को डूबता देख, पिता वापस आया. और अपनी बेटी को पीठ के पीछे टी-शर्ट में लपेट लिया. ताकि नदी में तैरते वक्त उसकी बेटी सांस ले सके. लेकिन पानी का बहाव इतना तेज़ था कि दोनों डूब गए.

इस तस्वीर ने बिना किसी शब्द के पूरी दुनिया की नैतिकता पर एक गहरी चोट की है. इसे आप इस साल की सबसे दर्दनाक तस्वीर भी कह सकते हैं. ये दुनिया की असहनीय सच्चाई है. जहां एक तरफ वो परिवार हैं, जो बेहतर ज़िंदगी की तलाश में भटकते हुए अपने बच्चों को खो रहे हैं. और दूसरी तरफ वो लोग हैं, जिन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता. अमेरिका के राष्ट्रपति Donald Trump एक ऐसे ही व्यक्ति हैं.
जिन्होंने इस तस्वीर के संदर्भ में कहा है, I Hate It...

इस वक्त अमेरिका में शरणार्थियों के मुद्दे पर Donald Trump और उनकी अपने देश में शरण देने की नीतियों का विरोध हो रहा है. 

अमेरिका में शरण लेने वालों के लिए Metering नाम का सिस्टम बनाया गया है. ताकि शरणार्थियों की भीड़ को Manage किया जा सके. 

इस सिस्टम को ‘Remain in Mexico’ Policy भी कहा जाता है. जिसके तहत लोगों को तब तक Mexico में रहना पड़ता है. जब तक, अमेरिका में उनकी Immigration Hearings ख़त्म नहीं हो जाती.  ये प्रक्रिया काफी लम्बी होती है. इसलिए, शरणार्थियों को कई दिनों तक Mexico की सीमा में मौजूद ख़तरनाक इलाकों में रहना पड़ता है.

इसलिए कई बार शरणार्थी, ग़ैर-क़ानूनी तरीके से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश करते हैं. और इसके लिए अपनी जान जोखिम में डालकर समुद्र या नदी का इस्तेमाल करते हैं. और ऐसा करते हुए कई बार उनकी मौत भी हो जाती है. इसी कोशिश में पिछले साल अमेरिका और Mexico की सीमा पर 280 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

हालांकि, एक पिता और उसकी बेटी की दुखद मौत के बाद, अब अमेरिका के ही Asylum Officers ने ट्रम्प की नीति का विरोध किया है. और अदालत से ‘Remain in Mexico’ Policy को Block करने की अपील की है. 

इन अधिकारियों के मुताबिक, इस पॉलिसी से शरणार्थियों की जान को ख़तरा है. जो अमेरिका के मूलभूत सिद्धांत के विपरीत है. और उसकी नैतिक संरचना से भी मेल नहीं खाता. 

El Salvador (अल-सल्वाडोर) के पिता और बेटी की तस्वीर ने हमें 2015 की एक और तस्वीर की याद दिला दी है. जब Turkey में समुद्र के किनारे मृत अवस्था में एक बच्चा पाया गया था. जिसका नाम एलन कुर्दी था. उसके शव को देखकर पूरी दुनिया भावुक हो गई थी. हालांकि इन दोनों घटनाओं में एक छोटा सा फर्क है. और वो ये, कि एलन कुर्दी को जान बचाने के लिए सीरिया से भागना पड़ा था. क्योंकि आतंकवादियों ने सीरिया को नरक बना दिया था.

जबकि इस बार एक पिता और उसकी बेटी, बेहतर ज़िन्दगी के लिए अमेरिका जा रहे थे. लेकिन रास्ते में ही दोनों की मौत हो गई. 
ये दुनिया को खामोश कर देने वाली एक उदास तस्वीर है. जो सवाल उठा रही है कि इंसान ने कैसी दुनिया का निर्माण किया है ? और हम किस तरह की दुनिया में सांस ले रहे हैं ? ऐसा प्रतीत होता है, कि ये मानवता के मूल्यों का अंधा युग है. जिसकी रचना किसी एलियन ने नहीं.. बल्कि खुद इंसान ने की है.

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