ZEE जानकारी: क्या सिद्धू को समझ में आएगी पाकिस्तान की दगाबाजी?
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ZEE जानकारी: क्या सिद्धू को समझ में आएगी पाकिस्तान की दगाबाजी?

नवजोत सिंह सिद्धू के भारत में कदम रखने के डेढ़ घंटे बाद ही, पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने वो सच बोल दिया, जो उन्होंने सिद्धू के सामने स्वीकार नहीं किया था. 

ZEE जानकारी: क्या सिद्धू को समझ में आएगी पाकिस्तान की दगाबाजी?

करतारपुर साहिब कॉरिडोर के लिए पाकिस्तान गए भारत के नेताओं, बुद्धिजीवियों और पत्रकारों का इस वक्त यही हाल है.और वो अपनी बेचैनी के लिए खुद ज़िम्मेदार हैं. फर्क सिर्फ इतना है, कि उनकी बेचैनी में आग लगाने का काम किया है, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने.

कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू, 27 तारीख को दोपहर 2 बजे वाघा बॉर्डर पार करके पाकिस्तान में दाखिल हुए थे. वहां, उन्होंने हर वो काम किया, जो उन्हें नहीं करना चाहिए था. वो पाकिस्तान के सेना प्रमुख से मिले.... खालिस्तानी आतंकवादी गोपाल सिंह चावला के साथ High Definition तस्वीरें खिंचवाईं. उन्होंने इमरान ख़ान और पाकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ सोफे पर बैठकर, पाकिस्तान की खातिरदारी स्वीकार की. और कल शाम लगभग साढ़े 4 बजे वाघा बॉर्डर पार करके सिद्धू वापस भारत लौट आए. 

पाकिस्तान में नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी ज़िंदगी के 50 घंटे... इमरान ख़ान की चाटुकारिता को समर्पित कर दिए. लेकिन उनके भारत में कदम रखने के डेढ़ घंटे बाद ही, पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने वो सच बोल दिया, जो उन्होंने सिद्धू के सामने स्वीकार नहीं किया था. और अब हम आप सभी को, शाह महमूद कुरैशी का वही बयान सुनाना चाहते हैं. 

कल शाम पाकिस्तान में इमरान ख़ान की सरकार के 100 दिन पूरे होने की खुशी में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस दौरान इमरान खान सहित उनकी सरकार के मंत्रियों ने आपस में बधाइयां बांटी और खुद ही अपना गुणगान किया. लेकिन शाह महमूद कुरैशी किसी और ही मकसद से उस कार्यक्रम में पहुंचे थे. उनका इरादा अपने मंत्रालय की उपलब्धियां गिनाना नहीं था. बल्कि वो भारत को नीचा दिखाना चाहते थे. अपने भाषण में उन्होंने करतारपुर साहिब कॉरिडोर को लेकर इमरान ख़ान द्वारा फेंकी गई Googly का ज़िक्र किया. और इसे भारत की कूटनीतिक हार बताया.

शाह महमूद कुरैशी कह रहे हैं कि कल इमरान ख़ान ने करतारपुर की Googly फेंक दी. 

ये सिर्फ एक कूटनीतिक टिप्पणी नहीं है. बल्कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने सीधे-सीधे भारत के 135 करोड़ लोगों पर व्यंग्य किया है. दुख इस बात का है, कि हमें ऐसी टिप्पणी सिर्फ इसलिए सुननी पड़ी, क्योंकि हमारे ही देश के कुछ लोगों ने, पाकिस्तान के हाथों अपना इस्तेमाल करवा लिया. 

नवजोत सिंह सिद्धू जैसे नेताओं को अब भी अपनी ग़लती का एहसास नहीं है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कल शाम हर भारतीय नागरिक का उपहास किया है, उसका मज़ाक उड़ाया है. आज जब यही सवाल नवजोत सिंह सिद्धू से पूछा गया....तो उनका जवाब सुनकर ऐसा लगा....जैसे वो भी हर भारतीय की भावना का मज़ाक उड़ा रहे हैं.

ये तो नेताओं की बात हो गई. अब ज़रा उन बुद्धिजीवी पत्रकारों की भी बात कर लेते हैं, जो पाकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ बैठकर शाही व्यंजनों का आनंद ले रहे थे. वहां 2019 में भारत में होने वाले चुनाव पर चर्चा हो रही थी.

भारत का अगला प्रधानमंत्री कौन बनेगा, हो सकता है, इसपर भी बात हुई हो. क्योंकि, शाह महमूद कुरैशी ने भारत में सत्ता परिवर्तन का ज़िक्र किया था. इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा था, कि करतारपुर में पाकिस्तान के सेना प्रमुख की मौजूदगी का होना इस बात को साबित करता है, कि पाकिस्तान की सरकार और वहां की सेना Same Page पर है. ये सारी बातचीत रात के वक्त हो रही थी.

लेकिन अगले ही दिन शाम को, पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कूटनीति का पन्ना पलट दिया. और उसके बाद जो पन्ना खुला, वो कश्मीर का था. शाह महमूद कुरैशी की भाषा ऐसी थी, जैसे कोई आतंकवादी बीच चौराहे पर खड़े होकर, भारत के टुकड़े-टुकड़े करने की धमकी दे रहा हो.

भारत से पाकिस्तान गए पत्रकार, आराम से इस्तेमाल होकर भारत लौट आए.. लेकिन....इन पत्रकारों ने कुरैशी का असली रूप नहीं देखा होगा. ज़रा सुनिए कि शाह महमूद कुरैशी क्या कह रहे हैं? और उसके बाद ये भी सुनिए कि भारत के सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने पाकिस्तान को क्या जवाब दिया ?

वैसे यहां पर हमें पाकिस्तान पर थोड़ा तरस भी आ रहा है. क्योंकि वो कश्मीर पर भारी भरकम डायलॉग तो मारता है...लेकिन कोई उसकी बात सुनता नहीं हैं. जबकि दूसरी तरफ दुनिया, भारत को ना सिर्फ सुनती है.. बल्कि गंभीरता से लेती है. 

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