Zee Jaankari: कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान के भारी 'दबाव' का विश्लेषण
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Zee Jaankari: कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान के भारी 'दबाव' का विश्लेषण

ICJ का फैसला भारत के पक्ष में आने के बावजूद, पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा. वो ना सिर्फ जाधव पर दबाव बनाता आया है. 

Zee Jaankari: कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान के भारी 'दबाव' का विश्लेषण

International Court of Justice के फैसले और अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद. आज पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को Consular Access दे दिया. लेकिन पाकिस्तान अपने दबाव वाले चरित्र से बाज नहीं आया. आज इस्लामाबाद में भारत के डिप्टी हाई कमिश्नर गौरव अहलूवालिया ने कुलभूषण जाधव से मुलाकात की. ये सबकुछ इसलिए मुमकिन हुआ, क्योंकि 17 जुलाई 2019 को International Court of Justice ने उन्हें तत्काल प्रभाव से Consular Access की सुविधा देने का फैसला सुनाया था. सबसे पहले गौरव अहलूवालिया, इस्लामाबाद में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के Office पहुंचे. लेकिन कुलभूषण जाधव से उनकी मुलाकात पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय में ना होकर, किसी और जगह हुई.

ये मुलाकात आज दोपहर 12 बजे शुरु हुई. और क़रीब दो घंटे तक चली. मुलाकात की जगह एक SUB-JAIL थी. यानी एक छोटा कैदखाना. यानी पाकिस्तान इस मुलाकात को अपने Control में रखना चाहता था. इस दौरान पाकिस्तान की सरकार के अधिकारी भी मौजूद थे. भारत के लिए अच्छी बात ये थी, कि ये Meeting भारत की शर्तों पर हुई.

यानी गौरव अहलूवालिया और कुलभूषण जाधव के बीच हुई मुलाकात के दौरान, बातचीत पर किसी प्रकार की कोई पाबंदी नहीं थी. हालांकि, पाकिस्तान की सरकार ने इस मुलाकात की Recording करवाई. इस दौरान गौरव अहलूवालिया ने एक खास बात Note की. ऐसा प्रतीत हो रहा था, कि कुलभूषण जाधव के ऊपर पाकिस्तान के झूठे आरोपों को स्वीकार करने का भारी दबाव बनाया गया था. और उनके हाव-भाव देखकर ऐसा लग रहा था, कि वो अत्यंत दबाव में हैं. 

आज हम पुरानी तस्वीरों की मदद से इस दबाव को समझने की कोशिश करेंगे. पाकिस्तान ने जाधव को मार्च 2016 में गिरफ्तार किया था. और तब से भारत ने एक या दो बार नहीं बल्कि 16 बार जाधव को Consular Access मुहैया करवाने की गुज़ारिश की, लेकिन पाकिस्तान ने हमेशा इंकार कर दिया. लेकिन आखिरकार उसे ICJ के फैसले के आगे झुकना पड़ा.

1963 के Vienna Convention on Consular relations के तहत, अगर किसी देश का कोई व्यक्ति दूसरे देश की जेल में क़ैद है या फिर पुलिस कस्टडी या हिरासत में है, तो ऐसे व्यक्ति को उस देश का Consular Access दिया जाता है, जहां का वो नागरिक है. आज हुई मुलाकात के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा, कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में एक ज़िम्मेदार देश होने के नाते उसने बिना किसी रुकावट के कुलभूषण जाधव को CONSULAR ACCESS दी.

दरअसल UNITED NATIONS GENERAL ASSEMBLY की बैठक से पहले पाकिस्तान साबित करना चाहता है, कि वो अंतर्राष्ट्रीय नियमों से बंधा हुआ देश है. जबकि वास्तविकता कुछ और ही है. ICJ का फैसला भारत के पक्ष में आने के बावजूद, पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा. वो ना सिर्फ जाधव पर दबाव बनाता आया है.

बल्कि उन्हें Torture भी करता रहा है. इसे समझने के लिए हमें पुरानी तस्वीरों की मदद लेनी होगी. जून 2017 में पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव का Video जारी किया था. उसमें उनके चेहरे पर चोट के दो निशान दिखाई दे रहे थे. चोट का एक निशान बायीं आंख के ऊपर था, जबकि दूसरा निशान नाक के बायीं तरफ मौजूद था. इस Video की Editing भी कई गई थी. जो लोग Video Editing की समझ रखते हैं, उन्हें पता है कि Low Angle, Left Profile, Jump Cuts और Graphics Effects क्या होते हैं.

कुलभूषण जाधव के जून 2017 के इस वीडियो में ये सारी चीज़ें थीं. यानी ये वीडियो एक कैमरे से नहीं बल्कि कई कैमरों से Shoot किया गया था. ऐसा अक्सर फिल्मों में या फिर Documentaries को Shoot करते हुए किया जाता है. जबकि Confessional Statement सिर्फ एक ही कैमरे से Shoot होता है. 

9 मिनट 48 सेकेंड के इस वीडियो में कुल 115 Cuts थे. इसका मतलब ये था, कि कुलभूषण जाधव के बयानों को बीच में काटा गया था. जबकि Confessional Statement में कोई Cut नहीं होना चाहिए. इस वीडियो में बाकायदा Animation Graphics का इस्तेमाल किया गया था. कुलभूषण जाधव जो कुछ बोल रहे थे, उससे जुड़े Graphics बार बार स्क्रीन पर आ रहे थे. दिसम्बर 2017 की वो तस्वीरें याद कीजिए. जब पाकिस्तान ने मानवीय आधार पर कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी से मुलाकात की इजाज़त दी थी. ये मुलाकात इस्लामाबाद में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय में हुई थी.

लेकिन उस दौरान पाकिस्तान की सरकार और वहां के मीडिया ने शालीनता की सारी सीमाएं लांघ दी थीं. मानवीय आधार पर एक मां को अपने बेटे से और एक पत्नी को अपने पति से सीधे तौर पर नहीं मिलने दिया गया. वो आमने-सामने ज़रुर बैठे थे, लेकिन उनके बीच में शीशे की दीवार थी. जिस वक्त ये मुलाकात चल रही थी...उस वक्त बंद कमरे में Video Recording भी की जा रही थी. 

इस मुलाकात के दौरान कुलभूषण जाधव, पहले के मुक़ाबले काफी कमज़ोर दिखाई दे रहे थें. और ऐसा प्रतीत हो रहा था, कि उनकी मां और पत्नी के सामने लाने से पहले उनका Makeup किया गया था. अगर आप इस तस्वीर को गौर से देखेंगे, तो आपको उनके सिर पर सफेद रंग की आकृति नज़र आएगी. आम तौर पर ऐसे निशान खून के जमाव की वजह से बनते हैं. ऐसे में हो सकता है, कि किसी Blood Clot को छिपाने के लिए उनके सिर पर कुछ लगाया गया हो. जब, जाधव की पत्नी पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के Office के अंदर जा रही थीं...

उस वक्त उन्होंने जूते पहने हुए थे. लेकिन, कुलभूषण जाधव से मुलाकात से ठीक पहले, उन दोनों से ज़बरदस्ती चूड़ी और मंगलसूत्र उतरवा लिए गए. उन्हें बिन्दी हटाने के लिए कहा गया. और जब इससे भी मन नहीं भरा, तो पाकिस्तानी अधिकारियों ने उनकी पत्नी के जूते भी उतरवा लिए. मुलाकात ख़त्म होने के बाद कुलभषण जाधव की पत्नी को उनके जूते वापस देने से इनकार कर दिया.

और मजबूरी में उन्हें चप्पल पहनकर बाहर आना पड़ा. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के Office पहुंचने से लेकर बाहर निकलने तक, और फिर Airport तक दोनों का Media Trial भी किया गया. Zee News ने जून 2017 से लेकर हर उस मौके पर पाकिस्तान के चरित्र को Expose किया. जब उसने कुलभूषण जाधव को मानसिक रुप से सताया. या उन्हें Torture किया.

आगे बढ़ने से पहले आपको DNA की ये पुरानी Clips ध्यान से देखनी चाहिए.इससे आपको पता चल जाएगा, कि 3 साल 6 महीने बीत जाने के बावजूद कुलभूषण जाधव पर कितना भारी दबाव है. भारत सरकार आज हुई मुलाकात की विस्तृत रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही है. 

 

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