Zee Jaankari: अमेरिका में देखे गए 'उड़न तश्तरियों' का विश्लेषण
Advertisement

Zee Jaankari: अमेरिका में देखे गए 'उड़न तश्तरियों' का विश्लेषण

हमारा अगला विश्लेषण U.F.O या आसान भाषा में कहें तो 'उडन तश्तरियों' पर आधारित है . Aliens और UFO के बारे में आपने भी कभी ना कभी ज़रूर सुना होगा . 

Zee Jaankari: अमेरिका में देखे गए 'उड़न तश्तरियों' का विश्लेषण

हमारा अगला विश्लेषण U.F.O या आसान भाषा में कहें तो 'उडन तश्तरियों' पर आधारित है . Aliens और UFO के बारे में आपने भी कभी ना कभी ज़रूर सुना होगा . UFO को लेकर पूरी दुनिया में चर्चा होती रहती है . वैज्ञानिकों की भाषा में इसका पूरा नाम Unidentified Flying Object है..यानी हवा में उड़ती एक ऐसी वस्तु...जिसे पहचाना ना जा सके . हालांकि दुनिया भर की सरकारें और सेनाएं..इसके अस्तित्व से इनकार करती रही हैं . लेकिन अब अमेरिका की नौसेना ने UFO देखे जाने की तीन अलग अलग घटनाओं को सही माना है . यानी अमेरिका की सेना अब ये मानने लगी है कि आकाश में दिखाई देने वाले ये UFOs असली भी हो सकते हैं.

ये तीनों Videos 2 वर्ष पहले Leak हुए थे . इन Videos में ये UFOs ऐसे हवाई करतब कर रहे हैं, जो दुनिया में मौजूद किसी भी Aviation Technology से संभव नहीं हैं. आपको पहले इन तीनों Videos को बड़े ध्यान से देखना और सुनना चाहिए . इनमें हैरान करने वाली तस्वीरों के साथ-साथ अमेरिकी नौसेना के Pilots के बीच हुआ एक संवाद भी शामिल है. ये संवाद UFOs को लेकर आपकी दिलचस्पी को और बढ़ा देगा. 

इनमें से 2 Videos.. दिसंबर 2017 में Leak हुए थे, जबकि तीसरा Video मार्च 2018 में सामने आया था . इन Videos में अभी आपने देखा कि कैसे एक गोलाकार वस्तु हवा में मंडरा रही है और इसके बाद ये उड़न तश्तरी बहुत तेज रफ्तार से गायब हो जाती है . वहीं दूसरे Video में UFO की Speed देखकर अमेरिकी नौसेना के पायलट भी चौंक जाते हैं और एक दूसरे से पूछते हैं कि आखिर ये क्या चीज़ है?

अमेरिकी नौसेना इन तीनों Videos में दिख रही आकृतियों को UFO नहीं बल्कि UAP कह रही है. UAP का अर्थ है . Unidentified Aerial Phenomenon यानी अज्ञात हवाई घटना . आसमान में दिखाई देने वाला ये Phenomenon एक भ्रम भी हो सकता है, या फिर किसी आकाशीय घटना का परिणाम भी हो सकता है. अब अमेरिकी नौसेना के अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के Videos को कभी भी सार्वजनिक नहीं किया जाना चाहिए था.

हर वर्ष 2 जुलाई को World UFO Day भी मनाया जाता है, ताकि दुनियाभर में UFO और एलियंस की मौजूदगी पर चर्चा की जाए और उन पर Research किया जाए. आज आपको UFO या उडन तश्तरी के इतिहास के बारे में भी जानना चाहिए. 24 जून 1947 को बिजनेसमैन Kenneth Arnold (केनेथ अर्नोल्ड) ने पहली बार अमेरिका की राजधानी Washington में अजीबोगरीब 9 आकृतियों को हवा में उड़ते हुए देखा था.

उस वक्त Arnold ने कहा था कि कि ये आकृतियां उसी तरह हिल रही थीं, जैसे समुद्र की लहरों में कोई तश्तरी हिलती है. इसके बाद 2 जुलाई 1947 को अमेरिका के Roswell (रॉसवेल) इलाके में एक Crash हुए SpaceCraft का मलबा मिला. वहां मौजूद लोगों ने एलियंस के शवों को भी देखने का दावा किया.

हालांकि US AirForce ने वर्ष 1994 में अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि ये मलबा Surveillance Balloons (सर्विलांस बैलूंस) का था....और जिन्हें एलियंस का शव कहा जा रहा था, वो वास्तव में Dummies (डमीज) थे. इस तरह की घटनाओं के बाद वर्ष 1948 में US Air Force ने जांच के लिए Project Sign (प्रोजेक्ट साइन) शुरू किया. इसके बाद वर्ष 1952 से लेकर 1969 तक Project Blue Book (प्रोजक्ट ब्लू बुक) के तहत इस तरह की 12 हजार घटनाओं पर एक रिपोर्ट तैयार की गई.

Project Blue Book के अलावा UFOs के बारे में एक और बेहतर रिपोर्ट Canada में तैयार की गई, जहां इस तरह की 750 घटनाओं को Record किया गया. भारत में भी कई जगह UFO देखे जाने की खबरें आती रही हैं, लेकिन अभी तक किसी ने इसकी पुष्टि नहीं की है. अमेरिकी नौसेना के द्वारा इन Video को सही बताने के बाद ये तय है कि UFO या एलियंस जैसी चीजों को नकारा नहीं जा सकता. अब लोगों को इंतजार उस वक्त का है, जब दूसरी दुनिया का राज सबके सामने आएगा .

Trending news