Zee jaankari: UN में पीएम मोदी ने पूरी दुनिया को किया आतंकवाद से सावधान
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Zee jaankari: UN में पीएम मोदी ने पूरी दुनिया को किया आतंकवाद से सावधान

संयुक्त राष्ट्र के मंच से आज प्रधानमंत्री मोदी ने स्वामी विवेकानंद, महात्मा गांधी और गौतम बुद्ध का संदेश देकर. आतंकवाद के खिलाफ. दुनिया को एक करने की कोशिश की है . 

 प्रधानमंत्री मोदी ने UN के मंच से दुनिया को सावधान किया और आतंकवाद के खिलाफ अब तक कार्रवाई ना करने के लिए नाराजगी भी दिखाई.

अब हम दुनिया की सबसे बड़ी चुनौती आतंकवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के Global संवाद का विश्लेषण करेंगे. संयुक्त राष्ट्र के मंच से आज प्रधानमंत्री मोदी ने स्वामी विवेकानंद, महात्मा गांधी और गौतम बुद्ध का संदेश देकर. आतंकवाद के खिलाफ. दुनिया को एक करने की कोशिश की है . आज प्रधानमंत्री मोदी ने UN के मंच से दुनिया को सावधान किया और आतंकवाद के खिलाफ अब तक कार्रवाई ना करने के लिए नाराजगी भी दिखाई. इसका मतलब ये है कि UN के सभी 193 देशों को अब आतंकवाद के खिलाफ विश्वयुद्ध शुरू कर देना चाहिए.

प्रधानमंत्री ने ऐसा क्यों कहा..ये समझने के लिए आपको कुछ आंकड़ों पर नज़र डालनी चाहिए . वर्ष 2016 से 2019 सिर्फ 3 सालों में दुनिया भर में 6 हजार 8 सौ से ज्यादा आतंकवादी हमले हुए हैं . और इसमें 41 हज़ार से ज्यादा निर्दोष लोगों की जान चली गई . मानवता का दुश्मन... आतंकवाद एक के बाद दूसरे देशों को अपने कब्जे में ले रहा है . जिसका मुकाबला करना धरती के 750 करोड़ लोगों की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए .

आतंकवाद जैसी वैश्विक चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए ही... वर्ष 1945 में संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना की गई थी. इसका सबसे महत्वपूर्ण काम है धरती पर शांति और सुरक्षा बनाए रखना लेकिन 74 वर्ष बीतने के बाद भी UN अबतक आतंकवाद की परिभाषा नहीं बना पाया है. UN को अब आतंकवाद के खिलाफ... भारत की तरह तेज रफ्तार से काम करने की जरूरत है क्योंकि पिछले 5 वर्षों में भारत ने अपनी धरती पर मौजूद आतंकवाद को काबू कर लिया है... और पूरी दुनिया में आतंकवाद Export करने वाले देश पाकिस्तान में भी शांति के दुश्मनों का अंत किया है. मजबूत इच्छाशक्ति से आतंकवाद खत्म करने की इस रणनीति को दुनिया के दूसरे देश भी अपना सकते हैं. ऐसा ग्लोबल अभियान शुरू करने के लिए उन्हें भारत का और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साथ देना चाहिए. 

आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामी विवेकानंद के सहनशीलता वाले संदेश को भी याद किया. वर्ष 1893 में अमेरिका के शिकागो में स्वामी विवेकानंद ने, Parliament of the World's Religions में एक भाषण दिया था. विश्व धर्म संसद में अपने भाषण की शुरुआत में जैसे ही स्वामी विवेकानंद ने कहा था - "Sisters And Brothers Of America" यानी "मेरे अमेरिकी भाइयों और बहनों" ...उनके इन शब्दों को सुनकर वहां मौजूद 7 हज़ार लोगों ने करीब 2 मिनट तक लगातार खड़े होकर तालियां बजाई थीं... और उनका अभिवादन किया था. सिर्फ 30 साल की उम्र में एक संन्यासी ने, दुनिया को हिंदुत्व के नज़रिये से भाईचारे का पाठ पढ़ाया था.

आज धर्म के लिए पूरी धरती पर युद्ध हो रहा है जबकि एक सदी पहले विवेकानंद ने विश्व के सभी धर्मों को सत्य के रूप में स्वीकार करने की बात कही थी. वर्ष 1893 में स्वामी विवेकानंद ने सांप्रदायिकता और कट्टरता के प्रति भी दुनिया को आगाह किया था. जो आज दुनिया की सबसे चुनौती है. प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया को बताया कि भारत ने दुनिया को भाईचारा और शांति का संदेश दिया है.

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण के दौरान प्रसिद्ध तमिल कवि कनियन का भी उल्लेख किया . कनियन ने आज से करीब 3 हज़ार वर्ष पहले कहा था कि ये पूरा विश्व हमारा घर है . और इस विश्व में रहने वाले सभी लोग हमारे परिवार के सदस्य हैं. यानी जिन उद्देश्यों को लेकर 74 वर्ष पहले संयुक्त राष्ट्र का गठन किया गया था उसकी अवधारणा भारतीय संस्कृति में हज़ारों वर्षों से मौजूद है .

वर्ष 2007 में भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने भी European Union में दिए अपने भाषण में कवि कनियन का जिक्र किया था . आज दुनिया के देश सीमाओं की वजह से बंटे हुए हैं . इन देशों के बीच कई तरह के विवाद हैं . लेकिन इन सबके बावजूद भारत के लोग वसुधैव कुटुंबकम वाली सोच को पूरी दुनिया में फैला रहे हैं.

और दुनिया के अलग अलग देशों में रहने वाले 3 करोड़ भारतीय....कवि कनियन की सोच का ही प्रतिनिधित्व करते हैं.

आपको बता दें कि तमिल भाषा में पहला साहित्य आज से करीब ढाई हज़ार वर्ष पहले लिखा गया था . और तमिल दुनिया की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक है. अगर दुनिया एक परिवार है. तो इसकी रक्षा करने की जिम्मेदारी परिवार के हर सदस्य की है . लेकिन प्रकृति का दोहन करने की जगह हम इसका शोषण करने लगे हैं . और इसी वजह से जलवायु परिवर्तन की समस्या पैदा हुई है. हमने इस विषय पर आज रिसर्च किया और आंकड़ों की मदद से पता लगाया कि आखिर ये समस्या कितनी गंभीर है.

जलवायु परिवर्तन की सबसे बड़ी वजह Carbon Emission है . हालांकि प्रति व्यक्ति Carbon Emission के मामले में भारत का योगदान बहुत कम है . भारत प्रति व्यक्ति सिर्फ 1.8 टन Carbon Emission करता है. जबकि दुनिया में इसका औसत 4.2 टन है .

हालांकि एक देश के तौर पर भारत अब भी Carbon Emission के मामले में काफी आगे है . भारत इस मामले में दुनिया में चीन और अमेरिका के बाद तीसरे नंबर पर है . हालांकि भारत ने इसे कम करने के लिए बहुत बड़े कदम उठाए हैं और साफ और स्वच्छ ऊर्जा को लेकर भारत की प्रतिबद्धता को पूरी दुनिया सलाम कर रही है . Global Warming के खिलाफ लड़ाई को लेकर भारत कैसे दुनिया को राह दिखा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने आज अपने भाषण में ये भी बताया .

21वीं सदी की दुनिया Technology की मदद से एक दूसरे के बहुत करीब आ चुकी है. आज इंटरनेट से दुनिया का लगभग हर कोना जुड़ा हुआ है. आंकड़ों की बात करें तो दुनिया के करीब 320 करोड़ लोग आज इंटरनेट की मदद से एक दूसरे की भाषाओं और संस्कृतियों को समझ रहे हैं. लेकिन दुनिया में देशों के बीच होने वाला टकराव इस एकजुटता पर चोट कर रहा है . प्रधानमंत्री मोदी ने आज अपने भाषण में ये भी कहा कि अगर दुनिया विविधिता में एकता के मंत्र को अपनाना चाहती है तो Technolgy के ज़रिए दुनिया को एकता के सूत्र में बांधना होगा.

किसी भी भाषण की सफलता की सबसे बड़ी पहचान होती है...श्रोताओं की प्रतिक्रिया . UNGA में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 17 मिनट के भाषण के दौरान कुल 6 बार तालियां बजीं . प्रधानमंत्री मोदी की वो कौन कौन सी बातें थी...जिन पर संयुक्त राष्ट्र महासभा में मौजूद लोगों ने तालियां बजाईं ये आपको भी देखना चाहिए.

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