ZEE जानकारी: आखिर निर्भया के 4 गुनहगारों को फांसी की सजा कब?
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ZEE जानकारी: आखिर निर्भया के 4 गुनहगारों को फांसी की सजा कब?

हमने आज आपको Internet वाले आइने के बारे में बताया लेकिन अब समाज को आइना दिखाने वाली एक खबर आपको दिखाते हैं. पूरा देश अब एक ही बात का इंतज़ार कर रहा है वो है कि निर्भया को दोषियों को फांसी. 

ZEE जानकारी: आखिर निर्भया के 4 गुनहगारों को फांसी की सजा कब?

हमने आज आपको Internet वाले आइने के बारे में बताया लेकिन अब समाज को आइना दिखाने वाली एक खबर आपको दिखाते हैं. पूरा देश अब एक ही बात का इंतज़ार कर रहा है वो है कि निर्भया के दोषियों को फांसी. आज से 4 दिन बाद यानी 16 दिसंबर को निर्भया गैंगरेप को 7 साल हो जाएंगे. लेकिन पूरा देश इस बात का इंतजार कर रहा है कि आखिर निर्भया के 4 गुनहगारों को फांसी की सज़ा कब दी जाएगी. निर्भया केस के गुनहगारों में से एक अक्षय ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करके अपनी फांसी पर रोक लगाने की मांग की है. सुप्रीम कोर्ट 17 दिसंबर को इस पर सुनवाई करेगा. इस बीच निर्भया की मां ने भी दोषियों को जल्द फांसी देने के लिए कोर्ट में याचिका दायर की है.

यानी, ये नहीं कहा जा सकता कि दोषियों की फांसी की तारीख आखिर क्या होगी. हमारे देश में रेपिस्ट (Rapist) को फांसी पर लटकाने की आख़िरी तारीख 14 अगस्त 2004 है. ये वही तारीख है. जब कोलकाता में नाबालिग छात्रा से रेप और उसकी हत्या के दोषी धनंजय चटर्जी को फांसी दी गई थी. इस बात को अब 15 साल हो गए हैं. लेकिन इसके बाद से अभी तक किसी रेपिस्ट को फांसी नहीं दी गई है. हाल में ही हैदराबाद गैंगरेप मामले में Instant न्याय के बाद एक बार फिर से निर्भया के दोषियों को फांसी देने की मांग उठने लगी है. 16 दिसंबर को निर्भया केस के 7 साल पूरे होंगे. पर क्या निर्भया को न्याय मिलेगा ? इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है.

लेकिन निर्भया जैसी घटना फिर कभी ना हो. इसकी तैयारी कैसी है ये जानने के लिए देश की राजधानी दिल्ली, इससे सटे Noida और Ghaziabad का हमने रियलिटी चेक किया . इस रियलिटी चेक में हमने काले शीशे वाली गाड़ी से, कई इलाकों में घूमकर ये जानने का प्रयास किया. आपकी सुरक्षा में हमेशा तत्पर होने का दावा करने वाली पुलिस. असल में कितनी चौकन्नी है.देखिए रियलिटी चेक रिपोर्ट. निर्भया केस ने हमारे सिस्टम में बड़े बदलाव की जरूरत बताई थी . इसी तरह वर्ष 2001 में हमारे लोकतंत्र पर एक बड़ा आतंकवादी हमला हुआ था. जिसे आपको कभी नहीं भूलना चाहिए.

आज से 18 वर्ष पहले देश की सबसे सुरक्षित समझी जाने वाली इमारत, संसद भवन पर एक बड़ा आतंकवादी हमला हुआ था . 13 दिसंबर, 2001 को भारतीय संसद पर 5 आतंकवादियों ने हमला कर दिया था… इस हमले के वक़्त संसद में देश के गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी समेत 100 से ज्यादा सांसद और मंत्री मौजूद थे. जब ये हमला हुआ, तब मैं खुद Zee News के कैमरे के साथ संसद भवन में मौजूद था... मुझसे कुछ ही मीटर की दूरी पर आतंकवादियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच गोलियां चल रही थीं... मैंने हमले को नाकाम करने की कोशिश में शहीद होते जवानों को भी देखा था.

इस हमले में शामिल पांचों आतंकवादियों को मार दिया गया था. हालांकि इस दौरान दिल्ली पुलिस के 5 जवान, संसद के 2 सुरक्षाकर्मी, CRPF की एक महिला कॉन्स्टेबल और एक माली भी इस हमले में शहीद हो गए थे. हम इस हमले में शहीद हुए सभी जवानों को नमन करते हैं और उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं.

इस हमले की गंभीरता का अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते हैं, कि ये आतंकवादी संसद के अंदर ही सांसदों को बंधक बनाने के लिए आए थे. लेकिन 9 लोगों की शहादत ने आतंकियों के प्लान को नाकाम कर दिया था .

18 वर्ष पहले हुए संसद हमले की रिपोर्टिंग मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती थी. क्योंकि तब वहां चल रही गोलियों के बीच हमले की रिपोर्टिंग भी जरूरी थी. संसद हमले के 18 वर्ष गुज़र जाने के बाद भी मुझे इस घटना की एक-एक तस्वीर याद है. और अपनी उस Video Diary को आज मैं आपके साथ शेयर करना चाहता हूं.

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