ZEE जानकारी: जानिए, PFI ने किस वरिष्ठ वकील को दिए 4 लाख रुपए
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ZEE जानकारी: जानिए, PFI ने किस वरिष्ठ वकील को दिए 4 लाख रुपए

इंदिरा जय सिंह की हमदर्दी भीमा कोरेगांव केस के Urban Naxal गैंग के लिए भी रही है. और इंदिरा जय सिंह ने भीमा कोरेगांव केस के आरोपियों का केस भी लड़ा था. 

ZEE जानकारी: जानिए, PFI ने किस वरिष्ठ वकील को दिए 4 लाख रुपए

केरल की रहने वाली हादिया के पिता का आरोप था कि उसकी बेटी लव जिहाद का शिकार हुई है. NIA यानी National Investigation Agency की जांच में पता चला था कि हादिया का असली नाम अखिला अशोकन था और अखिला का जबरदस्ती धर्म बदलवाकर, उसका निकाह करा दिया गया. हालांकि जांच एजेंसी के दावों से अलग हादिया अपने शौहर शफीन के साथ रहना चाहती थी. ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और वहां हादिया की जीत हुई. इसी केस के सिलसिले में देश के बड़े बड़े वकीलों को करीब 92 लाख रुपये का भुगतान किया गया था.हादिया केस देश के जिन वरिष्ठ वकीलों ने लड़ा था. उनमें इंदिरा जय सिंह भी शामिल थीं.

जांच एजेंसियों की Reports पर विश्वास किया जाए इंदिरा जय सिंह को 4 लाख रुपये की Fees PFI ने ही चुकाई थी. यानी एक ऐसी संस्था ने जिस पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने के आरोप हैं. इसलिए आज आपको इंदिरा जय सिंह के बारे में कुछ बातें जान लेनी चाहिए. आज जब हमने इस बारे में अध्ययन किया तो पता लगा कि इंदिरा जय अक्सर टुकड़े टुकड़े गैंग के साथ खड़ी रहती हैं.

ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं. क्योंकि इंदिरा जय सिंह वर्ष 2015 में आतंकवादी याकूब मेमन की फांसी की सजा के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट पहुंचने वाली वकीलों में सबसे आगे थीं. राष्ट्रपति ने याकूब मेमन की दया याचिका खारिज कर दी थी जिसके बाद इंदिरा जय सिंह कुछ और वकीलों के साथ याकूब मेमन की फांसी रुकवाने के लिए आधी रात को सुप्रीम कोर्ट पहुंच गईं. अब सवाल ये उठता है कि मुंबई बम धमाकों में करीब 300 भारतीयों की जान लेने वाले आतंकवादी से इंदिरा जय सिंह को आखिर इतनी हमदर्दी क्यों थी?

आपको ये जानकर भी हैरानी होगी कि हर सुनवाई के लिए लाखों रुपये की फीस लेने वाली वकील इंदिरा जय सिंह ने टुकड़े टुकड़े गैंग के पोस्टर ब्वॉय कन्हैया कुमार का केस मुफ्त में लड़ा था. सवाल ये भी उठता है कि आखिर देश विरोधी नारे लगाने के आरोपी कन्हैया कुमार से इंदिरा जय सिंह की क्या हमदर्दी थी?

इंदिरा जय सिंह की हमदर्दी भीमा कोरेगांव केस के Urban Naxal गैंग के लिए भी रही है. और इंदिरा जय सिंह ने भीमा कोरेगांव केस के आरोपियों का केस भी लड़ा था. जिन आरोपियों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने का आरोप है उनके समर्थन में इंदिरा जय सिंह समय-समय पर ट्वीट करके सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की भूमिका पर भी सवाल उठाती रही हैं.

लेकिन इंदिरा जय सिंह ने सबसे चौंकाने वाली हमदर्दी निर्भया के हत्यारों के साथ दिखायी. इंदिरा जयसिंह ने कहा कि निर्भया की मां को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का अनुसरण करते हुए दोषियों को माफ कर देना चाहिए. अब आप सोच सकते हैं कि एक तरफ पूरा देश चाहता है कि निर्भया के गुनहगारों को जल्द से जल्द फांसी हो जाए. तो दूसरी तरफ इंदिरा जय सिंह चाहती हैं कि निर्भया के गुनहगारों को छोड़ दिया जाए. 

कुल मिलाकर हमारे देश में एक सैनिक को देश के बड़े बड़े वकीलों और बुद्धीजीवियों के सामने हारना पड़ता है और नफरत फैलाने वाला एक संगठऩ एक दिन में करोड़ों रुपये इकट्ठे कर लेता है. अब आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि नागरिकता कानून के विरोध में जो प्रदर्शन हो रहे हैं. उन्हें सफल बनाने के लिए ये संगठन और टुकड़े टुकड़े गैंग किस हद तक जा सकता है. इसलिए अगर आपके शहर में भी PFI या शाहीन बाग गैंग के सदस्य पहुंच चुके हैं. या पहुंचने वाले हैं तो आपको बहुत सावधान हो जाना चाहिए. क्योंकि ऐसी ही संगठनों का इस्तेमाल करके कश्मीर को भारत से तोड़ने की साजिश की गई थी.

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