ZEE जानकारी: देशभक्ति की तरंगें, शक्ति की गूंज, विजय का जयघोष है Beating The Retreat
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ZEE जानकारी: देशभक्ति की तरंगें, शक्ति की गूंज, विजय का जयघोष है Beating The Retreat

1950 में भारत के गणतंत्र बनने के बाद से Beating The Retreat कार्यक्रम को अब तक दो बार रद्द करना पड़ा है.

ZEE जानकारी: देशभक्ति की तरंगें, शक्ति की गूंज, विजय का जयघोष है Beating The Retreat

DNA में अब हम भारतीय गणतंत्र की ऐतिहासिक परंपरा Beating The Retreat का संगीतमय विश्लेषण करेंगे. ये भारत की थल सेना, जल सेना, वायु सेना और सुरक्षा बलों का वो संगीत है.. जिसमें वीरता के स्वर हैं.. देशभक्ति की तरंगे हैं, शक्ति की गूंज है, विजय का जयघोष है. आज Beating The Retreat के साथ ही 69वें गणतंत्र दिवस का उत्सव पूरा हो गया. गणतंत्र का ये उत्सव हर वर्ष 26 जनवरी से शुरू होता है और 29 जनवरी को इसका समापन होता है. वर्ष 1950 से देश इस परंपरा का गवाह है. ये एक तरह से सेना की अपने बैरक में वापसी का प्रतीक है. इसमें सेना के Band धुनों के साथ March करते हैं और एक साथ.. सेना के सर्वोच्च कमांडर.. यानी भारत के राष्ट्रपति को सलामी देते हैं. 

इस बार Beating The Retreat कई मायनों में खास रही. ऐतिहासिक विजय चौक पर इस बार 26 धुनें बजाई गईं जिसमें से 25 धुनें भारतीय संगीतकारों द्वारा तैयार की गई हैं. Beating the Retreat में एक पश्चिमी धुन भी बजाई गई जिसका नाम है ‘Abide with me’...इसके बाद Beating The Retreat का समापन हुआ.. हमारे देश की एक लोकप्रिय धुन से... जिसके बोल हैं.. 'सारे जहां से अच्छा.. हिंदोस्तां हमारा'. इस बार Beating the Retreat में 18 मिलिट्री Bands और 15 Pipe and Drum Bands ने हिस्सा लिया. तीनों सेनाओं के अलावा Central Armed Police Force ने भी Beating the Retreat में हिस्सा लिया. इस समारोह की ये ओजस्वी धुनें आज आपको ज़रूर सुननी चाहिए. इससे आपके मन में ऊर्जा का संचार होगा और देशभक्ति की भावना बढ़ेगी. 

Beating the Retreat ceremony की मनमोहक तस्वीरों को देखते और धुनों को सुनते हुए.. आपके मन में देशभक्ति की भावना का संचार हो गया होगा. और आपके मन में ये जानने की इच्छा हो रही होगी कि आखिर Beating The Retreat की शुरुआत कब..कहां और क्यों हुई ? और भारत में Beating the Retreat की परंपरा कब से चल रही है. आपके मन में उठ रहे इन सवालों का जवाब देने के लिए हमने Beating the Retreat ceremony का ऐतिहासिक वीडियो विश्लेषण किया है, ताकि आप इसके महत्व और इतिहास को सरल और आसान शब्दों में समझ सकें. Beating the Retreat सोलहवीं सदी के ब्रिटेन की परंपरा है, जिसका पुराना नाम है Watch Setting.. सोलहवीं सदी में ब्रिटेन में सैनिकों का उत्साह बढ़ाने के लिए सूर्यास्त के समय एक गोली चलाकर Beating the retreat की शुरुआत की जाती थी. वहां से शुरू हुई इस परंपरा ने किस तरह भारत में अपनी जगह बना ली. ये आज आपको समझना चाहिए.

और अब एक Extra knowledge...
1950 में भारत के गणतंत्र बनने के बाद से Beating The Retreat कार्यक्रम को अब तक दो बार रद्द करना पड़ा है. 27 जनवरी 2009 को पूर्व राष्ट्रपति आर. वेंकटरमन का लंबी बीमारी के बाद निधन हो जाने की वजह से Beating The Retreat कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था. वो देश के आठवें राष्ट्रपति थे और उनका कार्यकाल 1987 से 1992 तक रहा था और इससे पहले 26 जनवरी 2001 को गुजरात में आए भूकंप के कारण Beating The Retreat कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया था.

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