ZEE जानकारी: समंदर मेें बढ़ी भारत की ताकत, नौसेना को मिली किलर शार्क 'कलवरी'
Advertisement

ZEE जानकारी: समंदर मेें बढ़ी भारत की ताकत, नौसेना को मिली किलर शार्क 'कलवरी'

मुंबई के मझगांव डॉकयार्ड पर तैयार की गई Scorpene Class Submarine कलवरी को नौसेना में शामिल कर लिया गया है.

ZEE जानकारी: समंदर मेें बढ़ी भारत की ताकत, नौसेना को मिली किलर शार्क 'कलवरी'

अब हम आपको भारत के सबसे नए हथियार के दुर्लभ दर्शन कराते हैं, इसके लिए आपको हमारे साथ समुद्र की गहराईयों में जाना होगा. भारतीय नौसेना को मजबूत बनाने की दिशा में आज देश को एक बड़ी कामयाबी मिली है. मुंबई के मझगांव डॉकयार्ड पर तैयार की गई Scorpene Class Submarine कलवरी को नौसेना में शामिल कर लिया गया है. अब इसे कलवरी Class की Submarine कहा जाएगा. और भविष्य में आने वाली बाकी 5 पनडुब्बियों को भी कलवरी Class ही कहा जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मझगांव डॉकयार्ड पर इसे नौसेना को समर्पित किया. ये भारत की समुद्री ताकत के लिहाज़ से एक बड़ी उपलब्धि है. इस पनडुब्बी को वर्ष 2016 में Sea Trial के लिए उतारा गया था. और आज भारत की Killer Shark..दुश्मनों को सबक सिखाने के लिए समुद्र में उतर चुकी है. 

इस पनडुब्बी के नाम की भी एक अलग कहानी है.. कलवरी... समुद्र की गहराइयों में पाई जाने वाली Tiger Shark होती है और इसी Tiger Shark के नाम पर.. भारत में बनी इस पहली डीज़ल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बी को अपना नाम मिला है. INS कलवरी भी शार्क की तरह फुर्ती से अपने दुश्मन का शिकार करती हैं.. ये Guided Weapons के दम पर दुश्मन पर सटीक वार कर सकती है. ये Submarine, Torpedo और WLT यानी Weapons Launching Tubes की मदद से दुश्मन पर हमला कर सकती है.

Stealth feature की वजह से ये  Submarine अपने दुश्मन को किसी भी तरह की आहट नहीं देती और जब तक दुश्मन को कुछ समझ में आता है... तब तक उसका काम तमाम हो चुका होता है. INS कलवरी किसी भी मौसम में काम कर सकती है, और इसमें संचार के सभी आधुनिक उपकरण लगे हुए हैं. इस Submarine को एक विशेष तरह के स्टील से तैयार किया गया है ताकि ये समुद्र की गहराई में भारी से भारी दबाव को भी झेल सके.

INS कलवरी में जो Cables लगाई गई हैं, उनकी कुल लंबाई करीब 60 किलोमीटर है. इस पनडुब्बी में 11 किलोमीटर की लंबाई के बराबर की Pipes भी लगाई गई हैं. INS कलवरी को भारतीय नौसेना के अच्छे दिन वाले भविष्य के तौर पर देखा जा रहा है...इसलिए आज आपको ये पता होना चाहिए...कि समुद्र के अंदर भारत की ताकत किन गहराइयों को नाप रही है.. 

ये बात किसी से छिपी नहीं है कि चीन, हिंद महासागर और South China Sea में अपनी दादागीरी कायम करना चाहता है. इसके अलावा चीन, अपने दोस्तों के दम पर भारत को परेशान करने की कोशिश में लगा हुआ है.  पाकिस्तान जैसे देश, चाइनीज़ Gifts के सहारे समुद्र में हाथ पांव मार रहे हैं, और भारत को चुनौती दे रहे हैं. वर्ष 2015 में आई अमेरिकी रक्षा विभाग Pentagon की Annual Report में भी, साफ-साफ शब्दों में कहा गया था...कि आने वाले वर्षों में चीन हिंद महासागर में भी अपना बेस बना सकता है. ये मंशा अब तेज़ी से हकीकत बन रही है.. ऐसे में भारत को सावधानी से ना सिर्फ अपनी नीतियां Upgrade करने की ज़रूरत है....बल्कि अपनी समुद्री ताकत को और भी ज़्यादा बढ़ाने की ज़रुरत है. 

Trending news