ZEE जानकारी: पश्चिम बंगाल, राजस्थान के उपचुनावों में भाजपा की पांचों सीटों पर हार
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ZEE जानकारी: पश्चिम बंगाल, राजस्थान के उपचुनावों में भाजपा की पांचों सीटों पर हार

राजस्थान में अजमेर और अलवर लोकसभा और मांडलगढ़ विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव हुए थे. ये तीनों सीटें बीजेपी के पास थीं. लेकिन आज आए उपचुनाव के नतीजे के बाद अब ये सीटें कांग्रेस के पास चली गई हैं.

ZEE जानकारी: पश्चिम बंगाल, राजस्थान के उपचुनावों में भाजपा की पांचों सीटों पर हार

बजट के साथ साथ आज एक और ख़बर ऐसी थी, जिसकी दिन भर चर्चा हुई. आप ये भी कह सकते हैं कि ये एक ऐसी ख़बर जो बजट के शोर में कहीं दब गई. और ये खबर राजस्थान और पश्चिम बंगाल के उपचुनावों के नतीजों से जुड़ी हुई है. आज पश्चिम बंगाल और राजस्थान के 5 उपचुनावों के परिणाम भी आए हैं. और इन पांचों सीटों पर बीजेपी की हार हुई है. और इन उपचुनावों में तीन सीटें कांग्रेस को और दो तृणमूल कांग्रेस ने जीती हैं. आपको विस्तार से इन सीटों के नतीजे बताते हैं और फिर इन नतीजों का चुनावी विश्लेषण भी हम आपके लिए करेंगे.

राजस्थान में अजमेर और अलवर लोकसभा और मांडलगढ़ विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव हुए थे. ये तीनों सीटें बीजेपी के पास थीं. लेकिन आज आए उपचुनाव के नतीजे के बाद अब ये सीटें कांग्रेस के पास चली गई हैं. अब लोकसभा में कांग्रेस के 47 सांसद हो गए हैं. आपको बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस सिर्फ 44 सीटों पर ही जीत पाई थी. अजमेर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के रघु शर्मा ने बीजेपी प्रत्याशी को 84 हज़ार से ज्यादा वोटों से हराया है. वहीं अलवर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी डॉ. करण सिंह यादव 1 लाख 96 से ज्यादा वोटों से जीते हैं. 

इसके अलावा राजस्थान की मांडलगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्य़ाशी विवेक धाकड़ ने करीब 13 हज़ार वोटों से जीत दर्ज की है. ये चुनावी नतीजे इसलिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये सभी सीटें अभी तक बीजेपी के पास थीं. लेकिन कांग्रेस ने इन सीटों पर सिर्फ जीत नहीं बल्कि बंपर जीत दर्ज की है. ये चुनावी नतीजे बताते हैं कि राजस्थान में बीजेपी की स्थिति ठीक नहीं है. राजस्थान में वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री हैं. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या वो अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी बचा पाएंगी या नहीं? इस साल के अंत तक राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं. लेकिन बीजेपी की चिताएं इसलिए भी बढ़ गई हैं, क्योंकि 2014 के लोकसभा चुनाव में राजस्थान की सभी 25 लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. अब सवाल ये है कि क्या वसुंधरा राजे की Poor Performance का असर 2019 के लोकसभा के नतीजों पर पड़ेगा? और अगर ऐसा हुआ तो फिर बीजेपी को राजस्थान से निराशा हाथ लग सकती है. 

इसके अलावा आज पश्चिम बंगाल में भी 2 सीटों पर उपचुनाव के नतीजे आए हैं. इनमें से एक सीट लोकसभा की थी और दूसरी विधानसभा की थी. ये दोनों सीटें TMC ने जीत ली हैं. हालांकि ये दोनों ही सीटें पहले से ही TMC के पास थीं. उलुबेरिया लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव को TMC की सज़दा अहमद ने जीता है. TMC की सज़दा अहमद ने बीजेपी के प्रत्याशी को 4 लाख 74 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है. 

इस नतीजे की बड़ी बात ये रही कि बीजेपी यहां दूसरे नंबर पर आई, जबकि पिछली बार यहां CPM दूसरे नंबर पर थी. लेकिन इस बार CPM तीसरे नंबर पर खिसक गई. बीजेपी ने इस लोकसभा सीट पर अपना वोट प्रतिशत दोगुना कर दिया है. जबकि सीपीएम का जनाधार घटा है. पश्चिम बंगाल के उपचुनाव के नतीजों से कांग्रेस के लिए बुरी खबर आई है क्योंकि इस सीट पर कांग्रेस चौथे नंबर पर है. 

इसके अलावा पश्चिम बंगाल की नुआपाड़ा विधानसभा सीट पर TMC के सुनील सिंह ने बीजेपी के प्रत्य़ाशी को 63 हज़ार से ज्यादा वोटों से हराया. यहां भी पिछली बार CPM दूसरे नंबर पर थी, लेकिन इस बार बीजेपी दूसरे और CPM तीसरे नंबर पर है. इस सीट पर भी कांग्रेस चौथे नंबर पर रही है. 

सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि पश्चिम बंगाल की इन दोनों सीटों पर TMC को टक्कर CPM या कांग्रेस ने नहीं बल्कि बीजेपी ने दी है. ये बड़ी बात इसलिए है क्योंकि पश्चिम बंगाल एक ऐसा राज्य है जहां बीजेपी अपनी ताकत लगातार बढ़ा रही है. ये एक ऐसा राज्य है जहां अब तक लेफ्ट, कांग्रेस या फिर TMC का कब्ज़ा रहा है. लेकिन इन नतीजों से लगता है कि ममता के गढ़ में भी बीजेपी लगातार अपनी नींव मजबूत कर रही है.  पश्चिम बंगाल में 42 लोकसभा सीटें हैं और बीजेपी पिछले कई वर्षों से यहां अपने संगठन को मजबूत करने की कोशिश कर रही है.

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