ZEE जानकारीः औरंगजेब को आतंकवादियों ने यातना देकर मारा
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ZEE जानकारीः औरंगजेब को आतंकवादियों ने यातना देकर मारा

आपने अक्सर फिल्मों में देखा होगा कि.. किसी को हाथियों के पैरों तले कुचलवा देना, सुल्तानों और बादशाहों का बहुत प्रिय शौक होता था . लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि कत्ल करने के लिए भी हाथियों को Special Training दी जाती थी 

ZEE जानकारीः औरंगजेब को आतंकवादियों ने यातना देकर मारा

जिनकी विचारधारा गलत होती है वो हमेशा अपनी बात मनवाने के लिए Torture का इस्तेमाल करते हैं . आतंकवादी भी कश्मीर में अपनी बात मनवाने के लिए देशभक्त मुसलमानों को Torture करने का मौका ढूंढते हैं . औरंगजेब खान को भी आतंकवादियों ने यातना देकर मारा है . औरंगज़ेब के सिर पर बहुत नज़दीक से गोलियां मारी गईं . औरंगजेब का शव इतनी बुरी हालत में था कि हम आपको उसकी तस्वीर भी नहीं दिखा सकते. Torture आतंकवादियों का सबसे बड़ा हथियार होता है . Torture के ज़रिए आतंकवादी लोगों के मन में दहशत भरना चाहते हैं . ताकि वो आतंकवाद के खिलाफ आवाज़ ना उठा पाएं . इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन और लीबिया के तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी भी अपने विरोध को कुचलने के लिए Torture का इस्तेमाल करते थे . इस्लामिक स्टेट के आंतकवादियों द्वारा Torture की बहुत सारी तस्वीरें इंटरनेट पर मौजूद हैं और कोई भी संवेदनशील इंसान इन्हें नहीं देख सकता. 

किसी को तड़पते हुए देखकर खुश होना भी आतंकवादियों का स्वभाव है . ये भी बगदादी और हाफिज़ सईद जैसे आतंकवादियों के DNA में शामिल है . चंगेज़ खान, तैमूर लंग, अहमदशाह अब्दाली और नादिरशाह जैसे हमलावर ही इन आतंकवादियों के पूर्वज हैं जो बहुत ज़्यादा अत्याचारी थे . लोगों की आंखों में जलती हुई सलाखें डाल देना और बच्चों को उनकी मांओं के सामने ही मार देना.. ऐसी तमाम घटनाएं इतिहास में मिलती हैं . 

आज हमारे पास एक किताब है . बर्बरता की सैकड़ों घटनाएं इस किताब में लिखी हुई हैं . 14वीं शताब्दी के यात्री और इतिहासकार इब्न-बतूता ने दिल्ली के सुल्तान मुहम्मद बिन तुगलक की क्रूरता का बहुत विस्तार से ज़िक्र किया है . ये घटनाएं इतनी वीभत्स थीं कि इन्हें सार्वजनिक रूप से बताया भी नहीं जा सकता . लेकिन ये बात समझाने के लिए हमने बड़ी मुश्किल से इस किताब का एक हिस्सा चुना है . 

आपने अक्सर फिल्मों में देखा होगा कि.. किसी को हाथियों के पैरों तले कुचलवा देना, सुल्तानों और बादशाहों का बहुत प्रिय शौक होता था . लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि कत्ल करने के लिए भी हाथियों को Special Training दी जाती थी . सुल्तान के इशारों पर बड़ी बेरहमी से लोगों का कत्ल होता था . इब्नबतूता ने अपनी किताब में इसका ज़िक्र किया है.

इस घटना में इब्नबतूता ने मुहम्मद बिन तुगलक से विद्रोह करने वाले कुछ अमीरों को दी गई सज़ा का ज़िक्र भी किया है . आपको ये जानकर हैरानी होगी कि इब्नबतूता को मुहम्मद बिन तुगलक ने दिल्ली का काज़ी नियुक्त किया था . लेकिन जितने दिन भी इब्नबतूता मुहम्मद बिन तुगलक के दरबार में रहा . वो  बहुत डरा हुआ था . अपने इतिहास में वो बार-बार लिखता है कि ईश्वर हमारी रक्षा करे . उसे सुल्तान मुहम्मद बिन तुगलक के स्वभाव से बहुत डर लगता था . सुल्तान किस बात पर नाराज़ हो जाएगा ये किसी को भी नहीं पता था . क्रूर सुलतानों की इसी विचारधारा को आज के आतंकवादियों ने अपनाया है. और वो बार बार देशभक्त मुसलमानों के खिलाफ इस Torture का इस्तेमाल करते हैं.

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