Zee जानकारी : ईवीएम हैक करने के AAP के दावे को चुनाव आयोग ने खारिज किया
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Zee जानकारी : ईवीएम हैक करने के AAP के दावे को चुनाव आयोग ने खारिज किया

आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि कुछ सेकरेट कोड्स के ज़रिये अगर कोई पार्टी चाहे, तो ईवीएम हैक कर सकती है। और इस तरह से जो भी वोट डाला जाएगा, वो एक विशेष पार्टी के खाते में जाएगा। जबकि चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक ईवीएम में किसी तरह के कोड का इस्तेमाल नहीं होता है। 

Zee जानकारी : ईवीएम हैक करने के AAP के दावे को चुनाव आयोग ने खारिज किया

नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि कुछ सेकरेट कोड्स के ज़रिये अगर कोई पार्टी चाहे, तो ईवीएम हैक कर सकती है। और इस तरह से जो भी वोट डाला जाएगा, वो एक विशेष पार्टी के खाते में जाएगा। जबकि चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक ईवीएम में किसी तरह के कोड का इस्तेमाल नहीं होता है। 

इस विधायक का दावा था कि पार्टी कार्यकर्ता वोट डालने के बहाने ईवीएम में सेकरेट कोड दाखिल करता है और ये कोड वोट डालने के लिए इस्तेमाल होने वाले बटन्स से दाखिल किया जा सकता है। यानी दावा ये है कि कार्यकर्ता ने पहले अपना वोट डाला और उन्हीं बटन्स का इस्तेमाल करते हुए तुरंत ही कोड भी दाखिल कर दिया और इसके बारे में किसी को कानों कान ख़बर तक नहीं होती, यहां तक कि पोलिंग बूथ में मौजूद प्रेजाइडिंग ऑफिसर को भी नहीं। 

जबकि चुनाव आयोग के सूत्रों का दावा है कि ईवीएम के बैलट यूनिट का बटन एक बार दबाने के बाद, बाकी बटन ब्लॉक हो जाते हैं और कंट्रोल यूनिट से ही अगले वोट के लिए फ्री होते हैं। इस विधायक का दावा है कि ईवीएम को वो सिर्फ 90 सेकेंड के अंदर उसके मदर बोर्ड से हैक कर सकते हैं। जबकि चुनाव आयोग के सूत्रों का कहना है कि ईवीएम के मदर बोर्ड को ट्रेंड तकनीशियन ही खोल सकता है, कोई सामान्य व्यक्ति नहीं। 

इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि सौरभ भारद्वाज ने जिस ईवीएम का डेमो दिया था, वो कहां से आई थी? क्योंकि वो ईवीएम चुनाव आयोग द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली ईवीएम नहीं थी। चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक दिल्ली विधानसभा में आज जिस ईवीएम का डेमो दिया गया, वो पहले से ही प्रोग्राम्ड थी। यानी उस मशीन में पहले ही ऐसा सॉफ्टवेयर डाला गया था, जिससे फर्ज़ी वोटिंग का प्रदर्शन किया जा सके। 

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