Zee जानकारी : रेल हादसों का षड्यंत्र रच रही है आईएसआई
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Zee जानकारी : रेल हादसों का षड्यंत्र रच रही है आईएसआई

Zee जानकारी : रेल हादसों का षड्यंत्र रच रही है आईएसआई

ये ख़बर देश के हर उस व्यक्ति से जुड़ी हुई है, जो ट्रेन से यात्रा करता है। ये ख़बर ट्रेन हादसों से जुड़ी हुई है। वैसे तो हमने पिछले वर्ष देश में हुए हर बड़े ट्रेन हादसे का विश्लेषण किया है। लेकिन ये विश्लेषण ज़रा हटकर है, क्योंकि ऐसी ख़बरें आ रही है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI भारत में Bomb Blast करवाने के बजाए अब रेल हादसों का षडयंत्र रच रही है। अगर ये ख़बर सच है तो बहुत ही चिंताजनक मुद्दा है । क्योंकि अगर आंतकवादी इस स्तर पर काम करने लगेंगे.. तो फिर पूरे देश में रेल के सफर को लेकर असुरक्षा की भावना आ जाएगी। इस पूरी ख़बर को समझने के लिए आपको आज से करीब 2 महीने पहले.. कानपुर के पुखरायां में हुए रेल हादसे को याद करना होगा। 

पिछले वर्ष 20 नवंबर को कानपुर के पुखरायां में इंदौर-पटना एक्सप्रेस दुर्घटना का शिकार हुई थी। ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए थे और इसकी वजह से 150 लोगों की मौत हो गई थी।  इस घटना के बाद रेलवे पर बड़ी लापरवाही के आरोप लगे थे । लेकिन अब ये आशंका जताई जा रही है कि ये दुर्घटना नहीं बल्कि साज़िश थी और ऐसी आशंका है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने ये काम किया था। अब आप ये समझिये कि ये पूरा खुलासा कैसे हुआ? 

बिहार के मोतिहारी ज़िले की पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों को नेपाल में बैठे कुछ लोगों ने मोतिहारी में एक रेलवे स्टेशन की पटरी को बम से उड़ाने की जिम्मेदारी दी थी । लेकिन ये षडयंत्र असफल रहा । जिन दो युवकों को रेल की पटरी को बम से उड़ाने को कहा गया था, बाद में उनकी हत्या नेपाल में कर दी गई और इस हत्याकांड की जांच के दौरान ही बिहार पुलिस को इस पूरे मामले का पता चला । 

पुलिस के मुताबिक नेपाल के रहने वाले ब्रजेश गिरी ने बिहार के तीन लोगों को 3 लाख रुपये में रेल की पटरी उड़ाने का काम सौंपा था। बिहार पुलिस का दावा है कि ब्रजेश गिरी को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से भारत में रेल की पटरियों को नुकसान पहुंचाने के लिए 30 लाख रुपये मिले थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक ब्रजेश गिरी को ये पैसा दुबई में बैठे ISI के एक एजेंट ने दिया था । हालांकि ब्रजेश गिरी अपने दूसरे साथियों के साथ नेपाल में गिरफ्तार हो गया है। 

बिहार में गिरफ्तार हुए इन तीन लोगों से पूछताछ में ये भी पता चला है कि 20 नवंबर को पटना इंदौर एक्सप्रेस में दुर्घटना के पीछे इसी गैंग का हाथ था। इन तीनों से अभी पूछताछ जारी है। लेकिन अब इस पूरे मामले की जांच के लिए National Investigation Agency यानी NIA की टीम भी बिहार के मोतिहारी पहुंच गई है। इसके अलावा केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने बिहार सरकार से इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। 

इस बीच भारत की सुरक्षा एजेंसियों को ये ख़बर भी मिली है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर आतंकवादी दिल्ली में हमला कर सकते हैं। खुफिया एजेंसियों को ऐसी सूचनाएं मिली है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर आतंकवादी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को Target कर सकते हैं। इस दौरान आतंकवादी छोटे-एयरक्राफ्ट, UAVs और Hot Air balloons से भी हमला कर सकते हैं। 

ये आंतकवाद का एक नया चेहरा है.. जिसमें नुकसान पहुंचाने के नये नये तरीके इजाद किए जा रहे हैं... अब तक कोई सोच भी नहीं सकता था.. कि रेल हादसों के पीछे भी किसी तरह का आतंकवादी षडयंत्र हो सकता है.. लेकिन अब ये हो रहा है.. और आने वाले समय में आतंकवादी अपने हमलों की परिभाषा को पूरी तरह से बदल सकते हैं। ये एक Alarm है जिसे सुनकर सिस्टम को और चौकन्ना हो जाना चाहिए।

इस ख़बर में विश्वसनीयता के पैमानों की बात करें तो इस ख़बर में मौके पर हमारा रिपोर्टर मौजूद था। ये ख़बर 100 फीसदी सत्यापित नहीं है.. हमें सूत्रों और पुलिस के ज़रिए कुछ ऐसे Inputs मिले हैं.. जिनके आधार पर हम ये ख़बर आपको दिखा रहे हैं.. आगे हम इस ख़बर पर अपनी Investigation जारी रखेंगे.. इस ख़बर में Experts की राय ली गई है.. और इस ख़बर में दिखाए गये Videos पर भरोसा किया जा सकता है।

11 सितंबर 2001 को जब अल कायदा के आतंकवादियों ने अमेरिका के World Trade Center पर हमला किया था, तो किसी ने भी नहीं सोचा था कि आतंकवादी किसी यात्री विमान को Hijack करके ऐसा हमला करेंगे। लेकिन आतंकवादी अपनी तरह के इस अनोखे हमले को अंजाम देने में सफल हो गये थे। ये आतंकवाद का नया चेहरा था.. जिसने पूरी दुनिया को ज़बरदस्त झटका दिया था। अब भारत को भी ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि रेल दुर्घटनाओं के पीछे कोई आतंकवादी षडयंत्र भी हो सकता है। ऐसे में हमारे सिस्टम को पहले से ज़्यादा चौकन्ना हो जाना चाहिए। कुल मिलाकर आतंकवादी आपको Shock देना चाहते हैं। और इस दिशा में बचाव की योजना बनाने के लिए.. हमें भारत में 9/11 जैसे किसी आतंकवादी हमले का इंतजार नहीं करना चाहिए।

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